JDU विरोधी नेताओं की बैठक में फैसला, शदव यादव ने फैसले के लिए मांगा दो दिन का वक्त
नई दिल्लीः बिहार में महागठबंधन सरकार से नाता तोड़ बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने के जेडीयू नेता नीतीश कुमार के कदम से उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता शरद नाराज है. बुधवार शाम को नीतीश के महागठबंधन से अलग होने से लेकर उनके बीजेपी के साथ गठबंधन करने तक शरद यादव ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. इसी मुद्दे पर महागठबंधन के प्रमुख घटक आरजेडी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की प्रतिक्रिया के बाद शरद यादव ने आज (गुरुवार, 27 जुलाई) शाम 5 बजे अपने निवास पर जेडीयू नेताओं की बैठक बुलाई, जिसमें नीतीश की कार्रवाई पर आखिरी पैसले के लिए दो दिन का वक्त मांगा.
बैठक के बाद बाहर आए कुछ जदयू नेताओं ने कहा कि महागठबंधन तोड़ने का फैसला नीतीश कुमार ने व्यक्तिगत तौर पर किया और इस बारे में किसी अन्य वरिष्ठ जदयू नेताओं से सलाह-मशविरा नहीं किया गया. इस बैठक में नीतीश कुमार के फैसले से नाराज नेता शामिल हुए थे. ऐसा माना जा रहा है कि शरद यादव इस मामले पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात करेंगे. जेडीयू में नीतीश के इस फैसले के खिलाफ सबसे पहले जेेडीयू के राज्यसभा सांसद अली अनवर ने आवाज उठाई. अली अनवर ने कहा कि 'मेरा जमीर मुझे बीजेपी के साथ जाने से रोकता है.' कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी नीतीश के फैसले को अवसरवाद की राजनीति करार दिया.
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आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने तो नीतीश को लेकर कई खुलासे किए. उन्होंने कहा कि नीतीश ने मात्र सत्ता की खातिर उनके परिवार पर फर्जी छापे करवाए. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव पर सीबीआई ने फर्जी मामला दर्ज कर सुशील मोदी द्वारा तेजस्वी के इस्तीफे की बात कहलवाई.
राहुल गांधी बोले - नीतीश कुमार दिया धोखा
नीतीश के शपथ ग्रहण के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि नीतीश कुमार ने हमें धोखा दिया है. स्वार्थ के लिए लोग कुछ भी कर जाते हैं.उन्होंने कहा, "मैं पहले ही जान गया था कि यह (महागठबंधन) ज़्यादा देर तक नहीं चल पाएगा... हिन्दुस्तान की राजनीति की यही समस्या है कि राजनेता स्वार्थ के लिए कुछ भी कर जाते हैं... जो जनादेश मिला था, वह सांप्रदायिकता के खिलाफ था, लेकिन अब...?:"
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हमें बीजेपी के खिलाफ जनादेश मिला था
हमारे गठबंधन को बीजेपी के खिलाफ जनादेश मिला. बिहार की जनता ने मोदी और अमित शाह को खाली हाथ लौटा दिया था. हमें जनता ने बिहार से सांप्रदायिक ताकतों को दूर करने का जनादेश मिला था लेकिन नीतीश कुमार आज सांप्रदायिक ताकतों से जाकर मिल गए. नीतीश लगातार मोदी से मिलते रहे उन्होंने फॉर्म हाउस में बीजेपी अध्यक्ष से मुलाकात भी जब इस खबर को एक अखबार ने छाप दिया तो वह नाराज हो गए. ये सब पहले से तय था.
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तेजस्वी यादव ने नीतीश को दी चुनौती
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर जदयू विधायकों को अपने घर में कैद करके रखने का आरोप लगाया. तेजस्वी ने ट्वीट में कहा, 'नीतीश जी यदि आपको अपनी नैतिकता और ईमानदारी पर भरोसा है तो फिर क्यों आपने जदयू के विधायकों को अपने आवास में कैद करके रखा है. उन्हें आजाद कीजिए वो आपको आपकी नैतिकता का मूल्य बताएंगे.'