तिरुवनंतपुरम: शशि थरूर की बयानबाजी को लेकर कई कांग्रेसी नेता और सांसद खुश नहीं हैं. कांग्रेस नेता शशि थरूर पर पार्टी लाइन पर ना चलने का आरोप लग रहे हैं. हाई-स्पीड रेल परियोजना (High-Speed Rail Project) पर की गई थरूर की टिप्पणी से सारे विवाद की शुरुआत हुई थी. 


थरूर को पार्टी से जाना होगा बाहर? 


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केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख के. सुधाकरन ने रविवार को अपनी पार्टी के सांसद शशि थरूर के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी देते हुए कहा कि वह पार्टी में केवल एक व्यक्ति हैं. अगर वह पार्टी लाइन का पालन नहीं करते हैं तो उन्हें पार्टी से बाहर जाना होगा. आपको बता दें कि सुधाकरन अपने गृहनगर (Hometown) कन्नूर में थरूर की ओर उठाए गए राजनीतिक रुख का जवाब देते हुए संवाददाताओं से बात कर रहे थे.


रेल मंत्री से नहीं मिले थे थरूर


सुधाकरन ने कहा कि उन्हें राज्य सरकार की ओर से लागू की जा रही विवादास्पद हाई-स्पीड रेल परियोजना (High-Speed Rail Project) पर अध्ययन के लिए और समय चाहिए. आपको बता दें कि इस बीच कांग्रेस और यूडीएफ (UDF) के सभी सांसदों ने रेल मंत्री से मिलकर पर्यावरण और वित्तीय मुद्दों (Environmental and Financial Issues) का हवाला देते हुए इसको मंजूरी नहीं देने का अनुरोध किया था, लेकिन थरूर रेल मंत्री से नहीं मिले.


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बैठक के बाद की थी मीडिया से बात


बैठक में केरल के कांग्रेस और यूडीएफ सांसदों के शामिल नहीं होने के बाद थरूर ने कहा था कि वह बैठक में शामिल नहीं हुए, क्योंकि उन्हें प्रस्तावित हाई-स्पीड रेल प्रोजेक्ट के नकारात्मक प्रभावों (Negative Effects) का अध्ययन करने के लिए और समय चाहिए. इस परियोजना से राज्य को होने वाले पर्यावरणीय और वित्तीय नुकसान का हवाला देते हुए कांग्रेस हाई-स्पीड रेल प्रोजेक्ट के खिलाफ अभियान चला रही है. करीब एक लाख करोड़ रुपये के निवेश (Investment) से इस प्रोजेक्ट को पांच साल में पूरा करने का प्रस्ताव है.


थरूर की बयानबाजी से कांग्रेस नाराज


पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री और केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (KPCC) के पूर्व अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन को राज्य कांग्रेस नेतृत्व के साथ थरूर की खुली बयानबाजी अच्छी नहीं लगी. उन्होंने राज्य कांग्रेस नेतृत्व को खुले तौर पर थरूर को पार्टी अनुशासन की पेचीदगियां सिखाने को कहा. हालांकि, केपीसीसी अध्यक्ष के. सुधाकरन और विपक्ष के नेता वी.डी. सतीशन, थरूर पर हमले को लेकर कठोर नहीं हैं, क्योंकि उन्हें लगा कि तिरुवनंतपुरम के सांसद इस मुद्दे का गंभीरता से अध्ययन कर रहे हैं.



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सीएम पिनाराई का समर्थन करना पड़ा महंगा


राज्य की राजधानी में एक प्रमुख शॉपिंग मॉल के उद्घाटन समारोह के दौरान थरूर ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की प्रशंसा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री राज्य में निवेश (Investment) लाने के लिए सकारात्मक (Positive) कदम उठा रहे हैं. इस पर राज्य के कांग्रेस नेताओं की और तीखी प्रतिक्रिया हुई, क्योंकि उन्हें लगा कि सार्वजनिक रूप से पिनाराई का समर्थन करने से राज्य के विपक्ष के बारे में नकारात्मक (Negative) प्रभाव पड़ेगा.


पार्टी लाइन पर चलने की नसीहत


पार्टी सूत्रों के मुताबिक, सुधाकरन इस बात पर अड़े थे कि थरूर को पार्टी की लाइन पर चलना चाहिए, नहीं तो उन्हें दरवाजा दिखाना होगा. आपको बता दें अभी तक इस पर शशि थरूर टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं हुए. उपलब्ध जानकारी के अनुसार, वह इस समय अमेरिका में हैं और 15 दिनों में वापस आएंगे.


(इनपुट - आईएएनएस)


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