महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में क्यों गिरी शिवाजी महाराज की मूर्ति, नितिन गडकरी ने बताई कहां हुई गलती
Shivaji Maharaj statue: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने पर पहली बार बयान दिया है और बताया है कि इसे बनाने में कहां गलती हुई थी, जिसक वजह से यह मूर्ति गिर गई.
Shivaji Maharaj statue: महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फीट ऊंची प्रतिमा 26 अगस्त को तेज हवा चलने के बाद गिर गई. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 सितंबर को पालघर में एक रैली के दौरान माफी मांगी और कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज सिर्फ एक महाराजा नहीं हैं, बल्कि पूजनीय हैं. मूर्ति गिरने के बाद महाराष्ट्र में जमकर राजनीति हुई और विपक्ष लगातार सरकार पर हमला बोल रही है. अब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने शिवाजी महाराज की मूर्ति को लेकर बड़ी बात कही है और बताया है कि किस गलती की वजह से मूर्ति गिरी.
स्टेनलेस स्टील का इस्तेमाल होता तो नहीं गिरती मूर्ति
केंद्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सिंधुदुर्ग में शिवाजी महाराज की प्रतिमा बनाने में अगर स्टेनलेस स्टील का इस्तेमाल किया गया होता, तो यह नहीं गिरती. उन्होंने समुद्री इलाकों में जंगरोधी उत्पादों के इस्तेमाल की जरूरत पर जोर दिया. फिक्की के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, 'मैं पिछले तीन सालों से इस बात पर जोर दे रहा हूं कि समुद्र के नजदीक बने पुलों के निर्माण में स्टेनलेस स्टील का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. जब मैं (महाराष्ट्र में मंत्री) मुंबई में 55 फ्लाईओवर के निर्माण का काम कर रहा था, तो एक व्यक्ति ने मुझे झांसे में ले लिया. उसने लोहे की छड़ों पर पाउडर कोटिंग लगाई और कहा कि वे जंगरोधी हैं... लेकिन उनमें जंग लग गई. अब मुझे लगता है कि समुद्र से 30 किलोमीटर के अंदर की सभी सड़कों में स्टेनलेस स्टील का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. अगर छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा के लिए स्टेनलेस स्टील का इस्तेमाल किया गया होता, तो यह कभी नहीं गिरती.
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मूर्तिकार के खिलाफ लुकआउट नोटिस
सिंधुदुर्ग पुलिस ने मूर्तिकार जयदीप आप्टे के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है, जो मालवन में राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी की मूर्ति गिरने के बाद एक सप्ताह से अधिक समय से लापता है. पिछले सप्ताह, मालवन पुलिस ने आप्टे और स्ट्रक्चरल इंजीनियर चेतन पाटिल के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की थी. पाटिल 5 सितंबर तक पुलिस हिरासत में है, जबकि आप्टे अभी भी छिपा हुआ है.
266 दिनों में गिर गई शिवाजी महाराज की मूर्ति
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने 4 दिसंबर 2023 को महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फीट ऊंची प्रतिमा का उद्घाटन किया था. इसके 266 दीन बाद 26 अगस्त 2024 को तेज हवा चलने के बाद शिवाजी महाराज की ये प्रतिमा गिर गई. इसके बाद 30 अगस्त को पीएम मोदी ने इसको लेकर पालघर में एक रैली के दौरान माफी मांगी थी.
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