Siddhu Moose Wala New Song: पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) की हत्या के 26 दिन बाद उनका सतलुज-यमुना लिंक एस वाई एल (SYL) नहर पर आधारित एक गाना रिलीज हुआ है. पंजाब-हरियाणा के बीच विवादित एस वाई एल नहर के मुद्दे पर मूसेवाला का यह गाना गुरुवार शाम करीब 6 बजे रिलीज हुआ. 4 मिनट 9 सेकेंड के इस गाने को एक साथ पहले 6 मिनट में 4.77 लाख लोगों ने देखा और 3.14 लाख लोगों ने लाइक किया. गाने पर 1.10 लाख लोगों ने कमेंट भी किए. लेकिन गाने के रिलीज होने के साथ ही इस गाने पर काफी बड़ी कॉन्ट्रोवर्सी भी शुरू हो गई है. 


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विवादों में सिद्धू का नया गाना


विवाद की वजह है सिंगर के बोल. इस गाने में कई विवादित चीजें भी कही गईं हैं. इस गाने में मूसेवाला ने बलविंदर सिंह जटाणा (Balwinder Singh Jattana) का जिक्र किया है. जटाणा ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर चंडीगढ़ में 2 अफसरों की गोली मारकर हत्या कर दी थी. जिसके बाद अफसर इतने डर गए थे कि कोई इस काम में हाथ डालने को तैयार नहीं हुआ. जिस वजह से उस वक्त पंजाब में सतलुज-यमुना लिंक नहर का काम वहीं रुक गया था.


कौन है ये जटाणा?


आपको बता दें कि जिस जटाणा का जिक्र इस गाने में है, वो 23 जुलाई 1990 की घटना से जुड़ा हुआ है. चंडीगढ़ के सेक्टर 26 स्थित एक दफ्तर में सतलुज-यमुना लिंक नहर बनाने को लेकर मीटिंग चल रही थी. इसके जरिए पंजाब का पानी हरियाणा और दिल्ली तक जाना था. जिस वक्त मीटिंग हो रही थी उस समय रोपड़ के रहने वाले बलविंदर जटाणा अपने साथ बलबीर सिंह फौजी, जगतार सिंह पिंजोला और हरमीत सिंह भाओवाल के साथ वहां पहुंच गए. यह कहा जाता है कि जटाणा ने वहां पहुंचकर अपने साथियों के साथ SYL एस वाई एल के चीफ इंजीनियर और सुपरिटेंडिंग इंजीनियर एमएस सिकरी और अवतार सिंह औलख की हत्या कर दी थी.


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जटाणा के परिवार को जिंदा जलाया?


बताया जाता है कि हत्या का आरोप बलविंदर जटाणा पर लगा था जिसके बाद पुलिस ने जटाणा की तलाश शुरू कर दी थी. जांच में जुटी पुलिस 30 नवंबर 1991 को जटाणा के घर पहुंची. जहां जटाणा तो नहीं मिला लेकिन परिवार हाथ लग गया था. उस समय जटाणा की एक साथी रहीं निरप्रीत कौर ने यह दावा किया था कि उस वक्त पुलिस ने एक पूहला निहंग की मदद की जिसने जटाणा की दादी द्वारकी कौर, चाची जमशेर कौर, बहन मनप्रीत कौर और भांजे सिमरनजीत सिंह को जिंदा जला दिया था.


पुलिस की गोली का शिकार हुआ जटाणा


बताया जाता है कि पुलिस जटाणा की तलाश में जुटी हुई थी और जटाणा पर 16 लाख का इनाम घोषित कर दिया गया था. जानकारी के अनुसार 4 सितंबर 1991 को जटाणा अपने साथी चरणजीत सिंह चन्ना के साथ साधुगढ़ गांव की तरफ जा रहा था. दोपहर के वक्त उन्होंने आगे पुलिस का नाका देखा. जिसके बाद वह बगल में स्थित खेतों से भागने लगे. पुलिस के साथ उसका एनकाउंटर हुआ और वहां पुलिस की गोली से जटाणा एनकाउंटर में मारा गया था. आपको बता दें कि जटाणा बब्बर खालसा आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ था. बलविंदर सिंह जटाणा बब्बर खालसा संगठन के मुखी सुखदेव सिंह बब्बर के करीबियों में गिना जाता था. इसी वजह से जटाणा को पंजाब के मालवा इलाके के आतंकी संघठन का लेफ्टिनेंट जनरल बना रखा था. उस वक्त मालवा इलाके में आतंकी संघठन बब्बर खालसा की गतिविधियां जटाणा के इशारे पर ही चलती थीं.


किसान आंदोलन का भी जिक्र


आपको बता दें कि किसान आंदोलन और लाल किले पर हुई घटना का जिक्र भी इस गीत में किया गया है. यह वही घटना है जिसे हम सब ने एक हिंसक घटना के रूप में देखा था. इसमें तीन खेती कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के दौरान दिल्ली कूच के शॉट भी दिखाए गए हैं. इसके अलावा लाल किले पर सिख समाज के प्रतीक निशान साहिब को लहराने की सराहना भी की गई है. आपको बता दें कि सिद्धू मूसेवाला के नए गाने में पंजाब के पानी और उससे जुड़े दूसरे मुद्दों का जिक्र है और पंजाब-हरियाणा के बीच बहुचर्चित सतलुज-यमुना लिंक नहर (SYL) को लेकर जो दशकों से विवाद चल रहा है. इस गीत के जरिए पूरे विवाद को बताया गया है. सिद्धू के इस गाने की शुरुआत के बैकग्राउंड में आम आदमी पार्टी (AAP) के हरियाणा प्रभारी सुशील गुप्ता का बयान चलता है जिसमें वह 2024 में पंजाब की तरह हरियाणा में भी अपनी पार्टी की सरकार बनने पर हरियाणा को एस वाई एल (SYL) का पानी दिलाने की बात कह रहे हैं.
 
अपने गाने के जरिए जिंदा रहेंगे मूसेवाला


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सिद्धू मूसेवाला की 29 मई 2022 की शाम को पंजाब के मानसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उनकी मौत के बाद परिवार ने मूसेवाला की आत्मिक शांति के लिए अरदास रखवाई. उसी समय सिद्धू के पिता बलकौर सिंह ने कहा था कि वह वादा करते हैं कि अगले 5-7 साल अपने बेटे को गानों के जरिए सबके बीच जिंदा रखेंगे. बीती बुधवार रात को ही सिद्धू के वेरिफाइड सोशल मीडिया अकाउंट पर एस वाई एल गाने की रिलीज की जानकारी दी गई और मूसेवाला के फैंस ने इस पोस्ट को खूब शेयर किया.


क्या हैं वो विवादित बोल?


अब आपको बताते हैं कि एस वाई एल गाने के बोल आखिर हैं क्या, 'ओह कलम नी रुकणी, नित नवा हुण गाणा आऊं... जे ना टले तां मुड़ बलविंदर जटाणा आऊं. फेर पुत्त बेगाने नहरां च डेगा ला ही दिंदे... ओन्हा चिर पाणी छड्‌डो, टुपका नीं देंदे.' इसका मतलब है, 'अब कलम नहीं रुकेगी, हर रोज नया गाना आएगा, अगर न हटे तो फिर बलविंदर जटाणा दोबारा आएगा. फिर पंजाब के लोग नहर में डेगा (खंडा) लगा देंगे. उतनी देर पानी तो छोड़ो उसकी एक बूंद नहीं देंगे.' सिद्धू मूसेवाला के इस नए गीत के रिलीज के साथ ही कुछ नए विवाद भी जुड़ गए हैं जिससे कि मूसेवाला के कत्ल की जांच में कुछ नए एंगल भी सामने आ सकते हैं.


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