पंजाब-राजस्थान में पाकिस्तान चूं नहीं कर पाएगा, भारत सरकार रच रही ऐसा चक्रव्यूह
पंजाब और राजस्थान राज्य में पाकिस्तान की तरफ आए आये दिन ड्रग्स स्मगलिंग के खतरे से निपटने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय इन दोनों राज्यों की सरकार के साथ मिलकर नई रणनीति बनाने में जुट गया है.
नई दिल्ली: पंजाब और राजस्थान राज्य में पाकिस्तान की तरफ आए आये दिन ड्रग्स स्मगलिंग के खतरे से निपटने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय इन दोनों राज्यों की सरकार के साथ मिलकर नई रणनीति बनाने में जुट गया है. गृह मंत्रालय इसे लेकर लगातार पंजाब और राजस्थान सरकार के अधिकारियों के संपर्क में हैं. ज़ी न्यूज़ के हाथ लगी बीएसएफ की एक रिपोर्ट में ये इस बात की आशंका जताई गई है कि पाकिस्तान में बढ़ रही मंहगाई, बेराजगारी और आये दिन होने वाली जिहादी गतिविधियों आने वाले दिनों में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती है.
बीएसएफ के सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान से लगी पंजाब सीमा से पाकिस्तान की तरफ से हवाला के साथ साथ ड्रग की स्मगलिंग की कोशिश में बढ़ावा हो सकता है ऐसे में सभी एजेंसी को बेहद सतर्क रहने की जरूरत है. सुरक्षा एजेंसी की एक और रिपोर्ट के मुताबिक पिछले कुछ महीनों में पंजाब और राजस्थान सीमा के नज़दीक पाकिस्तान के इलाके में कई बार पाक आईएसआई के एजेंट्स लगातार देखे जा रहे है और पाकिस्तानी सेना अपने मोर्चे को भी पहले के मुकाबले मजबूत करने में लगी हुई है.
पिछले दिनों ऐसी ही एक रिपॉर्ट में ये आशंका जताई गई थी कि पंजाब से सटे पाकिस्तान के नारोवाल में आतंकियों के टेरर कैंप हैं और आतंकियों के एक गुट ने पंजाब के डेरा बाबक नानक में घुसपैठ की है. खुफिया एजेंसी की इस रिपोर्ट को काफी गंभीरता से लेते हुए सरकार के बड़े अधिकारियों ने बॉर्डर सिक्योरिटी फ़ोर्स यानी बीएसएफ से इस पूरे मामले में रिपॉर्ट मांगी थी.
इंटेलिजेंस एजेंसियों की इस रिपोर्ट से पहले बीएसएफ ने ये जानकारी दी थी कि पाकिस्तान के मुदरीके, शकूरगढ़ और नोरोवाल में स्थित आतंकी कैम्पों में भारी मूवमेंट देखा गया है इसके अलावा पहले भी इखलासपुर और शकूरगढ़ से आतंकियों की गतिविधियां तेज होने पर रिपोर्ट आती रही हैं. बीएसएफ से ये भी पूछा गया है कि अगर ताजा घुसपैठ वाकई हुई है तो पंजाब सेक्टर में इस तरह की घटनाएं कैसे संभव हो पा रही है.
ख़ुफ़िया एजेंसीज़ से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक पाकिस्तान में रह रहे खालिस्तानी आतंकियों और कश्मीरी आतंकियों को प्लान K-2 के तहत जोड़ा जा रहा है इसके लिए पाकिस्तान की आइएसआई ने इन आतंकियों के बीच कई राउंड की मीटिंग में करा चुकी है.
वहीं पाकिस्तान से आ रहे इस खतरे से निपटने के लिए और पंजाब में बढ़ रहे आतंकवाद को रोकने के लिए गृह मंत्रालय पंजाब में जॉइंट अकाउंट ऑपरेशन सेंटर बनाएगी. जॉइन्ट काउंटर आपरेशन सेंटर में एनआईए, रॉ, आईबी ,पंजाब पुलिस और काउंटर टेरर की टीम्स को शामिल किया जाएगा.
सूत्रों के मुताबिक पंजाब और कश्मीर में आतंकी हमलों और आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान प्लान के-2 चला रहा है. पिछले कुछ महीनों में आईएसआई खालिस्तानी समर्थको की मदद से पंजाब में युवकों को आतंकी गुटों में भर्ती करने के साज़िश रची जा रही है. यही नहीं ड्रोन के जरिये भी पंजाब में हथियारों की सप्लाई की जा रही है.
जॉइन्ट काउंटर आपरेशन सेंटर में खुफिया एजेंसियां पाकिस्तान की साजिश को समय रहते जहां नाकाम करेंगी वहीं किसी भी आतंकी हमले की सूरत में काउंटर टेरर टीम आंतकियों से निपटेंगी. गृह मंत्रालय पंजाब के पठानकोट में एनएसजी ब्लैक कैट कमांडोज़ की भी तैनाती करने की योजना बना रही है. एनएसजी की SAG -51 क्रैक टीम को तैनात कर सकती है जिसे आतंकियो से निपटने में महारत हासिल है.