ख़ुफ़िया एजेंसीज़ की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान ने हाल में चीन से मिले LY-80 मध्यम रेंज की जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल की तैनाती की है.
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नई दिल्ली: भारतीय वायु सेना की तरफ से बालाकोट के आतंकी कैम्प पर एयर स्ट्राइक की कार्रवाई के बाद से पाकिस्तान बेहद डरा हुआ है. पाकिस्तान को शक है की भारत उसके अहम ठिकानों पर भी ऐसी ही कार्रवाई कर सकता है .पाकिस्तान ने इसी डर से अपने कई शहरों और मिलिट्री से जुड़े ठिकानों की हवाई सुरक्षा के लिए जमीन से हवा में मार करने वाली (SAM) मिसाइल्स को तैनात कर दिया है. ख़ुफ़िया एजेंसीज़ की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान ने हाल में चीन से मिले LY-80 मध्यम रेंज की जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल की तैनाती की है.
चीन से मिले LY-80 मिसाइल को जिसे HQ-16 भी कहा जाता है, उसे पाकिस्तानी सेना ने साल 2017 में अपनी सेना में शामिल किया था. LY-80 मिसाइल्स को एक जगह से दूसरी जगह बड़ी आसानी से ले जाया जा सकता है. ये 40 किलोमीटर तक किसी भी टारगेट को आसमान में ही मारकर गिरा सकता है.
केंद्रीय सुरक्षा से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक जब से भारतीय वायु सेना ने बालाकोट में एयर स्ट्राइक की है, उसके बाद से पाकिस्तान सीमा से सटे कई शहरों और सैन्य प्रतिष्ठानों की सुरक्षा मजबूत करने में लगा हुआ है. पाकिस्तानी वायु सेना को डर है कि भारत कभी भी ऐसी कार्रवाई को दोबारा दोहरा सकता है. यही वजह है की पाकिस्तान LY-80 मिसाइल की तैनाती में लगा है.
रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी सेना के पास IBIS-150 राडार और LY- 80 मिसाइल्स के 5 सिस्टम हैं, जिसे ख़तरे का अनुमान लगाते हुए पाकिस्तानी सेना एक जगह से दूसरी जगह पर तैनात कर रही है. LY- 80 मिसाइल्स सिस्टम जो कि IBIS-150 राडार से जुड़ा हुआ है वो किसी भी टारगेट की 3D इमेज लेता है जो 150 किलोमीटर दूर से आते किसी भी टारगेट की पहचान कर लेता है. एक LY- 80 मिसाइल्स सिस्टम के साथ 6 वर्टीकल मिसाइल्स लौंचेर्स कनेक्ट होते हैं, जो राडार की तरफ से टारगेट लॉक किये जाने के बाद चिन्हित किये लक्ष्य पर हमला कर देते हैं.
चीन कर रहा है पाकिस्तान को हथियारों की सप्लाई
चीन पाकिस्तान को हथियारों की लगातार सप्लाई में लगा हुआ है. बालाकोट के आतंकी कैंपों में भारतीय वायुसेना की तरफ से की गई सर्जिकल स्ट्राइक से परेशान पाकिस्तान ने चीन से बेहद आधुनिक रेंबो सीरीज के CH4 और CH5 कॉम्बैट ड्रोन्स खरीद रहा है. ख़ुफ़िया एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान ने पाक अधिकृत कश्मीर में भी ड्रोन्स की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया है, जिससे वो लाइन ऑफ कंट्रोल समेत अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर निगरानी बढ़ा सके. रिपोर्ट के मुताबिक बालाकोट में जैश के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी सेना को चीन रेनबो (Rainbow) सीरीज के अत्याधुनिक ड्रोन्स (Drones) की सप्लाई करेगा.
रिपोर्ट के मुताबिक़ कॉम्बैट ड्रोन्स रेनबो CH4 करीब 5 हज़ार किलोमीटर दूर तक के टारगेट पर नज़र रख सकता है. करीब 40 घंटे तक आसमान में रह कर अपने साथ 400 किलोग्राम तक के विस्फोटक के साथ किसी भी टारगेट को नष्ट कर सकता है. जबकि रेंबो CH5 अपने साथ एक हज़ार किलोग्राम का पेलोड ले जा सकता है. 60 घंटे तक आसमान में रह सकता है. ये ड्रोन्स करीब 17 हज़ार फ़ीट की हाइट पर उड़ सकते है.
भारत के पास कॉम्बेट ड्रोंस पहले से हैं...
रक्षा मंत्रालय ने पिछले महीने इजरायल से 54 'Harop' कॉम्बैट ड्रोन्स खरीदने का फैसला किया है, भारतीय वायु सेना के पास ऐसे 110 कॉम्बैट ड्रोन्स पहले से हैं. लेकिन पाकिस्तान के पास अब तक लंबी दूरी तक मार करने वाले कॉम्बैट ड्रोन्स नही थे. देखा जाए तो चीन और पाकिस्तान के बीच दोस्ती किसी से छुपी नही है .चीन लगातार पाकिस्तानी सेना की मदद करने में लगा हुआ है और टैंक से लेकर,फाइटर प्लेन,वॉर शिप और परमाणु पनडुब्बियों की मदद कर रहा है जिससे भारत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.