Southern Kashmir Terrorists: दक्षिणी कश्मीर में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है. दो स्थानीय आतंकियों के मारे जाने से PAFF और LeT को भारी नुकसान हुआ है. मारे गए आतंकियों के पास से M4 कार्बाइन, AK-47 राइफल और बड़ी मात्रा में गोला-बारूद बरामद हुआ है. दोनों आतंकी सेना के कैम्प पर हमले, गैर-कश्मीरियों और TA जवान की हत्या में शामिल थे. सुरक्षाबलों ने इस ऑपरेशन के बाद कई बड़े खुलासे किए हैं.


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'दक्षिणी कश्मीर में आतंक'


असल में ऑपरेशन में दो आतंकियों को मार गिराया गया, जिसमें से एक खूंखार आतंकी अरबाज मीर था. डीआईजी दक्षिणी कश्मीर जाविद मट्टू ने मुठभेड़ की जानकारी देते हुए बताया कि अरबाज, PAFF का सक्रिय आतंकी था, जो 2018 में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हुआ था. पाकिस्तान जाकर आतंकी प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद वह 2022-23 में कश्मीर लौटा और दक्षिणी कश्मीर में आतंक मचाने लगा.


बिजबिहारा का जाहिद राशिद


दूसरा आतंकी बिजबिहारा का जाहिद राशिद था, जो 2024 में एक गैर-कश्मीरी विक्रेता की हत्या के बाद सक्रिय हुआ था. ये दोनों आतंकी हलान क्षेत्र में सेना के शिविर पर हमले, कई सैनिकों की शहादत और 8 अक्टूबर 2024 को TA सैनिक हिलाल अहमद भट की हत्या में शामिल थे.


ऑपरेशन "हलकान गली" की योजना


ब्रिगेडियर अनिरुद्ध चौहान, एसएम, 2 सेक्टर आरआर के कमांडर, ने बताया कि इस सफलता का श्रेय भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस को जाता है. सूचना मिलने पर लारनू क्षेत्र में इन आतंकियों की गतिविधियों पर नजर रखी गई. ऑपरेशन "हलकान गली" की योजना बनाई गई, जिसमें 19 आरआर, 1 पैरा विशेष बल, 7 पैरा विशेष बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मिलकर हिस्सा लिया.


मुठभेड़ के दौरान आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी की, परंतु सुरक्षाबलों ने पेशेवर तरीके से ऑपरेशन को अंजाम देते हुए दोनों आतंकियों को मार गिराया. उनके पास से M4 कार्बाइन राइफल, AK-47, 3 IED और बड़ी मात्रा में गोला-बारूद बरामद हुआ. यह दोनों आतंकी कई आतंकी गतिविधियों में शामिल थे, जिनमें अगस्त 2023 में हलान शिविर पर हमला भी शामिल है.