लोकसभा के बाद यूपी में सपा ने 2027 विधानसभा के लिए बनाया प्लान, PDA के साथ अब क्या गुल खिलेगा?
समाजवादी पार्टी (सपा) लोकसभा चुनावों में अपनी `पीडीए` रणनीति की सफलता के बाद अब उत्तर प्रदेश में अपने कैडर आधार को मजबूत करने के लिए पिछड़े और अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों एवं युवाओं को साधेगी.
सपा ने युवाओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए एक महीने तक चलने वाला "पीडीए-छात्र, नौजवान जागृति अभियान" शुरू किया है. समाजवादी पार्टी (सपा) लोकसभा चुनावों में अपनी 'पीडीए' रणनीति की सफलता के बाद अब उत्तर प्रदेश में अपने कैडर आधार को मजबूत करने के लिए पिछड़े और अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों एवं युवाओं को साधेगी.
क्या है पीडीए
'पीडीए' पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों के लिए दिया गया संक्षिप्त नाम है. कहा जाता है कि लोकसभा चुनाव में 'पीडीए' रणनीति की बदौलत सपा को उत्तर प्रदेश की 80 में से 37 सीटें जीतने में मदद मिली थी.
जानें क्या है "पीडीए-छात्र, नौजवान जागृति अभियान"
सपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी ने ने बताया, ''इस अभियान में छात्रों और युवाओं को प्रश्नपत्र लीक, फीस वृद्धि, रोजगार, मुफ्त शिक्षा, पुस्तकालय निर्माण, छात्रसंघ बहाली, नये विश्वविद्यालय/कॉलेज की स्थापना, शैक्षणिक संस्थानों में नियुक्तियों में भ्रष्टाचार और आरक्षण में पारदर्शिता समेत जनहित के विभिन्न मुद्दों के बारे में जागरुक किया जाएगा.”
9 से 10 सितंबर तक चलेगा अभियान
पूर्व विधायक एवं पार्टी नेता राजपाल कश्यप ने कहा कि सपा ने नौ अगस्त से 10 सितंबर तक चलाए जाने वाले इस अभियान के लिए अपनी युवा शाखाओं-समाजवादी युवजन सभा, समाजवादी लोहिया वाहिनी, मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड और समाजवादी छात्र सभा को तैनात किया है. कश्यप के अनुसार, इस अभियान को सफल बनाने और पार्टी को मजबूत करने की विस्तृत योजना इन संगठनों के अध्यक्षों को भेज दी गई है. उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान पार्टी पर्चे बांटेगी, जिसमें सपा द्वारा अपने शासन काल में युवाओं के लिए किए गए कार्यों का जिक्र होगा.
2027 के विधानसभा चुनाव पर निशाना
कश्यप के मुताबिक, युवाओं को 2027 के विधानसभा चुनावों में सपा के सत्ता में आने पर उनके लिए पार्टी की भविष्य की योजनाओं के बारे में भी बताया जाएगा. उन्होंने बताया कि अभियान के तहत युवाओं से उनसे जुड़े मामलों पर सुझाव मांगे जाएंगे. कश्यप ने कहा, "हम छात्रों के सुझाव भी लेंगे और जानेंगे कि वे अपने लिए क्या चाहते हैं. इससे हमें उनके अनुरूप नीतियां बनाने में मदद मिलेगी." उन्होंने कहा, "हर विश्वविद्यालय और कॉलेज में छात्रों से सुझाव लिए जाएंगे. उनसे एक संकल्प पत्र भरने के लिए कहा जाएगा. उनसे पूछा जाएगा कि वे युवाओं को देश और राजनीति में क्या भूमिका सौंपना चाहते हैं."
बीजेपी से लड़ने का प्लान
सपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि अभियान के बाद के चरण में छात्र सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे, जिसमें शिक्षकों और मेधावी छात्रों को सम्मानित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि छात्रों की समस्याओं को जानने के बाद उसे संकलित किया जाएगा और पार्टी नेतृत्व को इससे अवगत कराया जाएगा, ताकि उनके मुद्दों को सही मंच पर उठाया जा सके. नेता ने कहा कि पार्टी अभियान के साथ लोगों की मंशा को समझने और अपने मुख्य प्रतिद्वंदी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से निपटने के लिए एक मजबूत कैडर तैयार करने की भी कोशिश करेगी. कश्यप ने कहा, "2027 के विधानसभा चुनावों में अभी काफी समय बचा है और हमारा ध्यान पार्टी कैडर को मजबूत करने पर है. साथ ही, पार्टी की नजर राज्य की 10 सीटों पर प्रस्तावित उपचुनावों पर भी है, जो साल के अंत में होने वाले हैं." इनपुट भाषा से भी.
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