श्रीनगरः जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार (NSA) अजित डोभाल कश्मीर घाटी में ही रुके हैं. एनएसए घाटी में कानून व्यवस्था को मॉनीटर कर रहे है. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में हुए कार्यक्रम के दौरान भी अजित डोभाल मौजूद थे. श्रीनगर के शेर-ए-कश्‍मीर स्‍टेडियम में आयोजित स्‍वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान जम्‍मू और कश्‍मीर के राज्‍यपाल सत्‍यपाल मलिक ने झंडा फहराया और परेड की सलामी ली.


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इस दौरान स्टेडियम का नजारा कुछ इस तरह का था कि एक तरफ परेड हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ दर्शक दीर्घा में अलग अलग हिस्सों से आए हुए हैं. जम्मू की लड़की देश के अलग अलग हिस्सों से आए लोगों को राखी बांध रही हैं. 



कश्मीर घाटी से अच्छी खबर यह है कि वहां कोई भी अप्रिय घटना नहीं हुई है. ऐसा लगा रहा है कि घाटी में धीरे धीरे हालात सामान्य हो रहे हैं. 



अपने संबोधन में राज्यपाल मलिक ने कहा, 'पिछले 70 सालों में राज्‍य के लोग विकास और शांति समृद्धि के मुख्‍य मुद्दों से भटक गए थे. घाटी के लोगों को जानबूझ कर उन मुद्दो पर ले जाया गया, जिनके कोई मायने नहीं हैं. उन्‍होंने कहा कि बीते 70 सालों में घाटी के रहनुमाओं ने यहां के लोगों की रोटी, कपड़ा और मकान पर ध्‍यान नहीं दिया. उन्‍होंने कहा कि मौजूदा परिवर्तनों के चलते घाटी में आर्थिक विकास आएगा, यहां सुशासन बढ़ेगा, स्‍थानीय लोगों को लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे. इतना ही नहीं, इन परिवर्तनों से देश के अन्‍य हिस्‍सों के साथ समानता की भावना भी आएगी. '



राज्‍यपाल सत्‍यपाल मलिक ने कहा कि मैं जम्‍मू और कश्‍मीर के लोगों को आश्‍वस्‍त करना चाहता हूं कि उनकी पहचान दांव पर नहीं है और न ही इससे किसी तरह की छेड़छाड़ की गई है. किसी को किसी को इस बात से चिंतित नहीं होना चाहिए कि उनकी पहचान इन परिवर्तनों से समाप्त हो जाएगी. 



गवर्नर मलिक ने कहा कि राज्य के सभी लोगों को प्रतिनिधि मिलेगा. आज परेड के दौरान राज्यपाल सत्यपाल मलिक की जीप पर जम्मू कश्मीर का झंडा लगा हुआ था. बता दें कि 31 अक्टूबर से जम्मू कश्मीर का केंद्र शासित प्रदेश का स्टेट्स लागू होगा.