नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता अटल बिहारी वाजपेयी के अंतिम दर्शन करने के लिए बीजेपी मुख्यालय के बाहर भारी जनसैलाब उमड़ पड़ा है. बीजेपी मुख्यालय के बाहर मौजूद Zee News की संवाददाता ले वहां मौजूद कई लोगों से बात की. कोर्ठ छत्तीसगढ़ से आया है तो कोई यूपी के गांव से है. हर उम्र और वर्ग के लोग अपने लोकप्रिय नेता को आखिरी बार देखने को बेचैन है. भाजपा के मुख्यालय के बाहर हजारों की संख्या में लोग मौजूद हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भाजपा के सभी नेताओं के अलावा देशभर के सभी राज्यों के नेताओं के साथ ही विपक्ष के राजनेता भी अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने पहुंचे. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी 93 साल की उम्र में दुनिया से विदा हो गए. जिंदगी को जी भर जीने का उनका जज्बा उनके विरोधियों को भी उनका कायल बना देता था. आज नई दिल्‍ली के स्‍मृति स्‍थल में उनका अंतिम संस्‍कार किया जाएगा. इस दौरान बड़ी संख्‍या में लोग मौजूद हैं और अटल जी के लिए नारे लगाए जा रहे हैं. 


LIVE: अटल जी के अंतिम दर्शन से लोगों को रोका गया, अब अंतिम यात्रा की हो रही तैयारी


दिल्ली ही देश के हर कोने में अटल बिहारी वाजपेयी को लोग भावभीनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं. अटल जी को बच्चों से बहुत लगाव था और उनके जाने के बाद बच्चों ने नम आखों से अपने प्रिय नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की. कहीं रंगों से सजी अटल जी की मुस्कुराती रंगोली बनाई गई तो कहीं दीपदान करके अपने नेता की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई. अटल बिहारी वाजपेयी की सादगी और सरल जीवन ने उन्हें लोगों के बीच प्रिय नेता बना दिया.


PHOTOS: 'अटल अमर रहें' के नारों के साथ वाजपेयी जी का पार्थिव शरीर बीजेपी मुख्यालय पहुंचा


सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था 
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अंतिम यात्रा और अंतिम संस्कार समारोह के मद्देनजर शहर में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं. वाजपेयी का अंतिम संस्कार स्मृति स्थल पर किया जाएगा. भाजपा के संस्थापक सदस्य वाजेपयी जी का निधन गुरुवार को नई दिल्ली में एम्स में हुआ था. पुलिस ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए बताया कि हमने अंतिम यात्रा और संस्कार के लिए सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए हैं. पुलिस उपायुक्त (नई दिल्ली) मधुर वर्मा ने कहा कि हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि जो लोग भी यहां उनके अंतिम दर्शन के लिए आएं, उन्हें और यात्रियों को कम से कम असुविधा हो.