नागपुर: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के तेजी से बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन (Lock Down) घोषित कर दिया गया है. लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए पुलिस हर मुमकिन प्रयास कर रही है. ऐसे में फुटपाथ पर रहने वाले लोगों को पुलिस कार्रवाई का डर सताने लगा था. जिसपर संज्ञान लेते हुए महाराष्ट्र (Maharashtra) सरकार ने बेसहारा लोगों के लिए शेल्टर होम (Shelter Home) का इन्तजाम किया है. 


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महाराष्ट्र सरकार ने नागपूर शहर में पांच शेल्टर होम बनाए है. इन शेल्टर होम में सोशल डिस्टेंस का खास ख्याल रखा गया है. अधिकारियों ने बताया कि इन शेल्टर होम में करीब 300 लोगों के रहने और खाने की व्यवस्था की गई है. बताते चलें कि ये शेल्टर होम शहर में सीताबर्डी की बुटी कन्या स्कूल, टिमकी भानखेड़ा की हंसापुरी स्कूल, डिप्टी सिग्नल की गुरु घासीदाल समाज भवन, नारा रोड ग्रंथालय और समाजभवन, टेकडी गणेश मंदिर इलाके में बनवाएं गए हैं. 



इतना ही नहीं शेल्टर होम में रहने वाले हर व्यक्ति को स्वच्छता का पाठ पढ़ाया गया है. अधिकारियों ने कोरोना से बचाव के संबंध में जारी हेल्थ गाइडलाइन को अच्छे से समझाते हुए उसे पर अमल करने की अपील की है. इसके अलावा भोजन के दौरान तीन फीट की दूरी बनाकर लोगों के बैठने की व्यवस्था नगर निगम द्वारा की गई है. 


नागपूर नगरनिगम के कमिश्नर तुकाराम मुंढे ने बताया कि फुटपाथ पर गुजारा करने वाले बेघर लोगों को शेल्टर होम में सहारा दिया है. दीनदयाल अंत्योदय योजन, राष्ट्रीय नागरी उपजीविका अभियान के तहत नगर निगम के सामाजिक कल्याण विभाग ने बेघर लोगों के लिए ये खास व्यवस्था की है. उन्होंने बताया कि पुलिस के साथ मिलकर हमने बेघर लोगों को इस शेल्टर होम में शिफ्ट करा दिया है.


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