बेंगलुरु: जेडीएस और कांग्रेस नेताओं ने बुधवार को कर्नाटक के राज्यपाल वजूभाई वाला से मुलाकात कर उन्हें विधायकों के सर्मथन की चिट्ठी सौंपी. जेडीएस से कुमारस्वामी और कांग्रेस की तरफ से परमेश्वर ने राज्यपाल से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद कुमारस्वामी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, कुमारस्वामी ने कहा कि हमने सभी जरूरी कागजात राज्यपाल को सौंप दिए हैं.ये दस्तावजे बतातें हैं कि हमारे पास सरकार बनाने के लिए पर्याप्त समर्थन हैं. राज्यपाल ने हमें आश्वासन दिया है कि वह संविधान के मुताबिक विचार करेंगे'


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समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक कुमारस्वामी ने कहा,‘हमनें राज्यपाल को 117 विधायकों की सूची सौंप दी है और उनसे सरकार गठन के हमारे दावे पर विचार करने का आग्रह किया है’ . कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने कहा राज्यपाल ने हमें आशवासन दिया है कि वह संविधान के मुताबिक ही फैसला लेंगे. हमें उन पर पूरा यकीन है कि वह कोई नइंसाफी नहीं करेंगे. हमारे पास पर्याप्त संख्याबल है.




इससे पहले बुधवार को एच डी कुमारस्वामी ने दावा किया कि भाजपा ने उनके विधायकों को तोड़ने और सरकार गठन के लिए उनका समर्थन हासिल करने के लिए 100 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की है. हालांकि भाजपा ने आरोप से इनकार किया है. उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘भाजपा ने हमारे विधायकों को तोड़ने के लिए 100 करोड़ की रिश्वत की पेशकश की है. मैं जानना चाहता हूं कि यह काला धन है या सफेद धन.’ 


कुमारस्वामी ने कहा कि यह राज्यपाल का विशेषाधिकार है कि वह किसे सरकार गठन के लिए बुलाते हैं लेकिन ‘विधायकों की संख्या कम होने पर वह (भाजपा) सरकार कैसे बना सकते हैं?’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने भाजपा के साथ गठबंधन सरकार के गठन की संभावना पूरी तरह खारिज कर दी.


बीजेपी ने नकारे कुमारस्वामी के आरोप
उधर,केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने जेडी(एस) के आरोप को ‘‘काल्पनिक’’ बताते हुए उसे खारिज कर दिया. उन्होंने कहा, ‘‘100 करोड़, 200 करोड़ की बात काल्पनिक है. भाजपा ऐसा नहीं कर रही. हमें विधायकों की खरीद फरोख्त करने की आदत नहीं है. इस तरह की राजनीति जद (एस) और कांग्रेस करते हैं. हम नियमों का पालन करते हुए सरकार का गठन करेंगे.’’ 


(इनपुट - भाषा)