नई दिल्ली : अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक आतंकवाद को आर्थिक सहयोग देने से जुड़े एक मामले में एनआईए के सामने आज पेश होंगे. उन्हें हाल ही में तीसरी बार समन भेजा गया था जिसमें उन्हें आश्वस्त किया गया था कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) उनकी पूरी सुरक्षा सुनिश्चित करेगी. मीरवाइज उमर फारूक एनआईए के दिल्‍ली स्थित ऑफिस पहुंच चुके हैं. कुछ देर में जांच एजेंसी उनसे पूछताछ करेगी. 


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एनआईए की छापेमारी में मीरवाइज़ के घर से एनआईए टीम को एक हाई टेक कम्युनिकेशन सिस्टम हाथ लगा है जिसके जरिये पाकिस्तान कश्मीर में तबाही का खेल रचने में लगा हुआ था. जानकारी के मुताबिक अलगवादी मीरवाइज उमर के घर से करीब 40 फीट ऊंचा एक टावर मिला है जिसके जरिये मीरवाइज पाकिस्तान के सीधे संपर्क में था. यही नहींं एनआईए के सूत्रों के मुताबिक जो टावर मिला है उसका इस्तेमाल हाईटेक इंटरनेट कम्युनिकेशन के लिए किया जाता था.


 



पाकिस्तान की तरफ से जम्मू कश्मीर में होने वाली टेरर फंडिंग के केस में एनआईए ने श्रीनगर के अलग-अलग अलगवादियों के ठिकानों पर छापे मारे थे जिसमें भारी मात्रा में इन अलगाववादियों के घर से आतंकी संगठनों के लेटर हेड समेत पाकिस्तान के वीजा से संबंधित दस्तावेज मिले थे. जिन अलगाववादियों के घर पर एनआईए की टीम ने छापे मारे थे. उनके नाम यासीन मलिक, शब्बीर शाह, मीरवाइज़, अशरफ खान ,अकबर भट्ट और नईम गिलानी है.


अलगाववादी धड़े के सदस्यों ने कहा कि हुर्रियत कॉन्फ्रेंस नेता अब्दुल गनी भट, बिलाल लोन और मौलाना अब्बास अंसारी ने मीरवाइज के पीछे रैली करने का फैसला किया है और उनके साथ एकजुटता दिखाने के लिए एनआईए के मुख्यालय तक उनके साथ जाएंगे.