ट्रेन में इलाज न मिलने से यात्री की मौत, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप
जब गंगा-कावेरी एक्सप्रेस नागपुर स्टेशन पहुंची तो यात्री शरद जायसवाल के शरीर में किसी भी प्रकार की कोई हरकत महसूस नहीं हो रही थी.
जबलपुर: भारतीय रेलवे की लापरवाही के कारण प्रयागराज से नागपुर यात्रा करने वाले शरद जायसवाल की मौत हो गई है. शरद जायसवाल (उम्र 35) प्रयागराज से गंगा कावेरी एक्सप्रेस से यात्रा कर रहा था. एसी-थ्री टायर की बी-1 बोगी से यात्रा करते वक्त जबलपुर में उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई. रेलवे हेल्पलाईन को मेडिकल मदद के लिए कॉल किया गया. साथ ही उस बोगी के टीसी और रेलवे कर्माचारियों को भी बताया गया. आरोप है कि किसी ने भी यात्री पर ध्यान नहीं दिया. इटारसी स्टेशन पर भी यात्री का इलाज नहीं हुआ.
एक सह यात्री ने नागपुर के उसके दोस्त और परिवार को फोन किया और तबीयत की जानकारी दी. जब गंगा-कावेरी एक्सप्रेस नागपुर स्टेशन पहुंची तो यात्री शरद जायसवाल के शरीर में किसी भी प्रकार की कोई हरकत महसूस नहीं हो रही थी. उसके दोस्त तत्काल उसे नागपुर के एक निजी अस्पताल ले गए. उसे वहां मृत घोषित किया गया. मृतक यात्री के रिश्तेदार कमलकांत का कहना है कि इटारसी में रेलवे प्रशासन उनके इलाज की व्यवस्था करता तो उनकी मौत ना होती. उन्होंने कहा कि यह रेलवे की लापरवाही है.
वहीं, नागपुर के रेलवे सहायक वाणिज्य प्रबंधक एसजी राव ने बताया कि जबलपुर-इटारसी के दौरान जायसवाल की तबीयत बिगड़ने की सूचना मिली थी. यह गंभीर बात है. उन्होंने कहा कि इस जोन के वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई है.