मुंबई: महाराष्ट्र में जारी सियासी गतिरोध बुधवार को भी खत्म ना हो सका. राज्य में तमाम सियासी पार्टियों में बैठकों का दौर लगातार जारी है, इसी बीच नए गठजोड़ बनाने की राह भी खोजी जा रही है. अब खबर आ रही है कि गुरुवार को शिवसेना की मातोश्री में अहम बैठक होनी है. यह बैठक सुबह 11.30 बजे शुरू होगी. ऐसा बताया जा रहा है कि शिवसेना पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने शिवसेना विधायकों की बैठक बुलाई है. यह भी खबर है कि बीजेपी के प्रस्ताव के साथ ही कांग्रेस -एनसीपी के समर्थन से सरकार बनाने को लेकर भी चर्चा हो सकती है.


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इससे पहले बुधवार को महाराष्‍ट्र (Maharashtra Assembly Elections 2019) में शिवसेना के साथ तालमेल के कयासों पर विराम लगाते हुए राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने कहा कि शिवसेना और एनसीपी के बीच सरकार बनाने का सवाल ही कहां है? बीजेपी और शिवसेना पिछले 25 सालों से एक साथ हैं. आज नहीं तो कल उनको फिर एक साथ आना ही है. जनता ने उनको ही सरकार बनाने का जनादेश दिया है. इसलिए उनको जल्‍द से जल्‍द सरकार बनानी चाहिए. हमको विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला है.



शरद पवार से बुधवार सुबह शिवसेना नेता संजय राउत ने फिर से मुलाकात की थी. उसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि शिवसेना-एनसीपी 50-50 फॉर्मूले के तहत सरकार बनाएंगे. इस पर शरद पवार ने कहा कि संजय राउत से मुलाकात सकारात्‍मक रही. संजय राउत ने आगामी राज्‍यसभा सत्र को लेकर बातचीत की. हमने कुछ अन्‍य मुद्दों पर बात की जिन पर हमारे रुख समान हैं.


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महाराष्‍ट्र में सरकार बनाने को लेकर किसी अन्‍य विकल्‍प की संभावना पर शरद पवार ने कहा कि मौजूदा हालात में केवल एक ही विकल्‍प है कि भाजपा और शिवसेना मिलकर सरकार बनाएं. राष्‍ट्रपति शासन से बचने के लिए केवल यही एकमात्र विकल्‍प है.


सिर्फ इतना ही नहीं महाराष्‍ट्र में बीजेपी की सरकार बनाने को लेकर शरद पवार ने बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह को चुनौती देते हुए कहा कि अमित शाह का कौशल कैसा है? ये महाराष्‍ट्र के सिलसिले में देखते हैं. दरअसल जब प्रेस कांफ्रेंस में शरद पवार से पूछा गया कि अमित शाह संख्या नहीं होने पर भी सरकार बनाने के लिए सिद्दहस्त हैं तो उस पर एनसीपी प्रमुख ने ये जवाब दिया.