गुवाहाटी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब को उनके विवादास्पद बयानों के लिए तलब किया है. भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने रविवार (29 अप्रैल) को कहा कि देब को मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से राष्ट्रीय राजधानी में दो मई को मुलाकात करने के लिए कहा गया है. देब ने पिछले महीने त्रिपुरा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. उन्होंने कई ऐसे बयान दिए हैं, जिनकी व्यापक आलोचना हुई है. उन्होंने कहा था कि इंटरनेट और उपग्रह संचार महाभारत युग में मौजूद था. उन्होंने डायना हेडेन के 1997 में विश्व सुंदरी बनने पर भी सवाल उठाया था.


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मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मेकेनिकल इंजीनियरों को सिविल सेवा में नहीं जाना चाहिए, बल्कि सिविल इंजीनियरों को जाना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षित युवाओं को सरकारी नौकरियों के लिए राजनीतिक दलों के चक्कर काटने के बदले पान की दुकान खोलने चाहिए. उन्होंने युवाओं को डेयरी में करियर बनाने और गाय पालने के लिए भी कहा है. भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने रविवार (29 अप्रैल) को कहा, "पार्टी के वरिष्ठ नेता देब के बयानों से पैदा हुए विवाद से नाराज हैं. देब कुछ भी बोलते जा रहे हैं. मोदी उनसे बात करेंगे."


मैकेनिकल इंजीनियरिंग वाले लोगों को सिविल सेवाओं का चयन नहीं करना चाहिए: देब
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने कहा था कि मैकेनिकल इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि वाले लोगों को सिविल सेवाओं का चयन नहीं करना चाहिए. देब ने अगरतला के प्रज्ञा भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था, ‘‘मैकेनिकल इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि वाले लोगों को सिविल सेवाओं का चयन नहीं करना चाहिए. समाज का निर्माण करना है. सिविल इंजीनियरों के पास यह ज्ञान है क्योंकि जो लोग प्रशासन में हैं उनको समाज का निर्माण करना है.’’


उन्होंने कहा कि पहले कला स्नातक सिविल सेवा परीक्षा में बैठते थे और अब मेडिकल और इंजीनियरिंग स्नातक सेवा में आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि सिविल सेवा अधिकारी हरफनमौला होने चाहिए क्योंकि ‘‘सभी क्षेत्रों के विशेषज्ञों की सबसे अधिक मांग है.’’ इससे पहले देब ने गत गुरुवार (26 अप्रैल) को डायना हेडेन को 1997 में विश्व सुंदरी का खिताब दिये जाने पर सवाल उठाया था और आरोप लगाया था कि अंतरराष्ट्रीय सौंदर्य प्रतियोगिता एक ढोंग है.