फरीदाबाद: निकिता तोमर हत्याकांड (Nikita murder case) मामले में हुई महापंचायत में पथराव और लाठीचार्ज के बाद नेशनल हाईवे पर यातायात सुचारु हो गया है. दशहरा मैदान में चल रही महापंचायत से निकलकर सैकड़ों युवा हाईवे पर आ गए थे. जिसके बाद पुलिस को उन पर लाठियां भांजनी पड़ी. पथराव में घायल हुए तीन पुलिसकर्मियों को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.


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बता दें कि 4 दिन पहले मेवात से कांग्रेस के विधायक आफताब अहमद के भतीजे तौसीफ ने अपने साथी रेहान के साथ मिलकर कॉलेज से परीक्षा देकर निकल रही निकिता तोमर का कार में अपहरण करने की कोशिश की. जब वह इसमें नाकाम रहा तो उसने तमंचा निकालकर निकिता को गोली मार दी. घटना में निकिता की मौके पर ही मौत हो गई. 


पुलिस ने तौसीफ समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. निकिता के परिवार का कहना है कि तौसीफ अपने बाहुबल का इस्तेमाल कर काफी समय से उनकी बेटी को तंग कर रहा था. उसने पहले भी उसका अपहरण करने की कोशिश की थी. जिसके बाद उसके परिजनों ने शिकायत दर्ज करवाई थी. लेकिन तौसीफ के परिजनों के माफी मांगने पर उन्होंने बाद में शिकायत वापस ले ली थी. 


इस मामले में रविवार को सर्व समाज की महापंचायत का आयोजन किया गया था. बल्लभगढ़ के दशहरा मैदान में बुलाई गई महापंचायत में लव जेहाद के खिलाफ आंदोलन पर चर्चा की जानी थी. इसी बीच महापंचायत में शामिल होने
आए कई युवक सड़क पर आ गए और पथराव शुरू कर दिया. अचानक पत्थर चलने से सड़क पर भगदड़ मच गई. कुछ देर बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर उपद्रवी युवकों को वहां से भगाया. पुलिस इस बात का पता लगाने में जुटी है कि पथराव करने वाले कौन थे और उनका इस घटना के पीछे क्या उद्देश्य था.