नई दिल्ली: तेलंगाना (Telangana) की राजधानी हैदराबाद (Hyderabad) में 22 वर्षीय महिला पशु चिकित्सक की हत्या के मामले में राज्य सरकार के गृह मंत्री महमूद अली महमूद  (Mahmood ali mahmood) ने अपने विवादित बयान पर सफाई दी है. मंत्री ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा- मैं बहुत दुख में हूं, वो मेरी अपनी बेटी की तरह थी. अपराधी को जल्द से जल्द सजा दिलाने का प्रयास होगा. मंत्री ने कहा कि, बेटी के माता-पिता से मिला हूं. उनसे मिलकर बहुत दुखित हूं.


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मंत्री का कहना है कि, मेरा किसी भी तरह की अमर्यादित टिप्पणी करने का इरादा नहीं था. मेरा मतलब बस इतना था कि अगर इस तरह कि स्थिति में फंसने के बाद कोई 100 नंबर पर कॉल करता तो उसकी मदद हो सकती थी, वो इस स्थिति से बच भी सकता था. मैंने पुलिस को इस मामले में सख्त असे सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं.



इससे पहले गृह मंत्री महमूद अली महमूद ने इस मामले पर विवादित बयान देते हुए कहा था कि- 'वह एक डॉक्टर थी.. वह पढ़ी लिखी थी... क्यों उसने अपनी बहन को फोन किया? उसे 100 नंबर पर पहले कॉल करना चाहिए था.'


क्या है पूरा मामला
तेलंगाना की राजधानी के निकट शादनगर कस्बे में बुधवार देरा अज्ञात व्यक्तियों ने एक पशुचिकित्सक युवती की हत्या आग लगाकर कर दी. उसका जला शव गुरुवार (28 नवंबर) को पाया गया. डॉक्टर झुलसा हुआ शव रंगा रेंड्डी जिले के शादनगर कस्बे के निकट चतनपल्ली पुल पर पाया गया.


डॉक्टर बुधवार को सुबद अपने घर से कोल्लूरू गांव में एक पशु चिकित्सालय में अपने ड्यूटी के लिए निकली थी. रात को घट लौटने के दौरान उसने अपनी बहन को कॉल कर कहा था कि उसका दोपहिया वाहन घर लौटने के दौरान खराब हो गया है. उसने ने अपनी बहन से कहा कि वह डरी हुई है. जब उसके परिवार ने बाद में उससे संपर्क करने की कोशिश की तो उसका मोबाइल फोन बंद पाया गया.



मृतक महिला डॉक्टर के पिता ने शव की पहचान की
गुरुवार सुबह महिला का झुलसा हुआ शव पुल के पास पाया गया है. मृतक महिला डॉक्टर के पिता ने शव की पहचान की थी. मामले की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी. पुलिस ने सुराग के लिए पास के टोल गेट के सीसीटीवी फुटेज भी इकट्ठा किए.