आसिफाबाद: तेलंगाना (Telangana) में काला जादू (Black Magic) करने के शक में एक महिला की जान चली गई. जब वो सर्दी से बचने के लिए आग के अलाव के पास बैठी थी, तब एक शख्स ने उसके सिर पर डंडे से प्रहार किया, जिसकी वजह से वो बुरी तरह से घायल हो गई और अस्पताल ले जाते वक्त महिला ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया.


बुजुर्ग महिला पर किया हमला


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बता दें कि ये घटना आसिफाबाद (Asifabad) जिले के कुटोदा गांव में हुई. पुलिस (Police) के अनुसार, एक शख्स जिसके 12 साल के बेटे की कुछ दिन पहले मौत हो गई थी, ने 65 साल की कांटे भीमबाई पर हमला किया और उसकी हत्या कर दी क्योंकि उसे शक था कि महिला ने काला जादू किया है, जिसके कारण उसके बेटे की मौत हुई.


ये भी पढ़ें- UP: उन्नाव में युवती का शव बरामद, सपा के पूर्व मंत्री के बेटे पर लगा आरोप


बदला लेने का इंतजार कर रहा था शख्स


एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि भीमबाई के बेटे की शिकायत पर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. करीब डेढ़ महीने पहले आरोपी कट्टी के बेटे श्याम राव की मौत हो गई थी. बेटे की मौत के बाद से वो महिला से बदला लेने का इंतजार कर रहा था.


काला जादू के शक में हत्या


गौरतलब है कि बीते 20 दिसंबर को जगतियाल जिले के तारकराम नगर में येरुकला समुदाय की एक बैठक के दौरान लोगों के एक ग्रुप ने एक शख्स और उसके दो बेटों की बेरहमी से हत्या कर दी थी. बहस के दौरान बैठक में शामिल कुछ लोगों ने नागेश्वर राव और उनके बेटों पर चाकुओं और अन्य धारदार हथियारों से हमला किया और 40-50 लोगों की मौजूदगी में उनकी हत्या कर दी. दरअसल येरुकला वाडा में एक महिला की एक हफ्ते पहले मौत हो गई थी और नागेश्वर राव के विरोधियों को शक था कि वह उसकी मौत के लिए जिम्मेदार है.


ये भी पढ़ें- सोनिया गांधी ने नहीं भरा घर का किराया, RTI में बड़ा खुलासा; चंदा इकट्ठा करेगी BJP


जान लें कि तेलंगाना के कुछ हिस्सों में अंधविश्वास की जड़ें बहुत गहरी हैं. इस क्षेत्र में अतीत में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिनमें 'भानमती' (काला जादू का एक रूप) की प्रैक्टिस करने वाले लोगों को जिंदा जला दिया गया था या उनकी हत्या कर दी गई थी. ज्यादातर मामलों में शिकार महिलाएं थीं. उनकी या तो हत्या कर दी गई, उन्हें नंगा घुमाया गया या उनका शारीरिक शोषण किया गया.


(इनपुट- आईएएनएस)


LIVE TV