Saurabh Bhardwaj on Bus Marshal Appointment: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अपना वादा फिर निभाया. सीएम आतिशी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, 'दिल्लीवालों के बेटे केजरीवाल जी ने एक बार फिर अपना वादा निभाया है, भाजपा ने जिन बस मार्शलों और सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स को नौकरी से निकाला था, दिल्ली सरकार उन्हें दोबारा बहाल कर रही है. आने वाले 4 महीनों में उन्हें प्रदूषण नियंत्रण से जुड़े कामों में लगाया जाएगा. सभी बस मार्शल्स को बधाई, उनसे यह भी वादा है कि 4 महीने के बाद भी उनको स्थायी तौर पर रोज़गार देने का रास्ता निकाला जायेगा. आज केजरीवाल जी ने दिखा दिया कि किसी-ना-किसी तरीक़े से वो दिल्लीवालों के काम करवा कर ही चैन लेते हैं.' 


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गरीब लड़के ल़डकियों का परिवार कैसे चलेगा?


उधर, दिल्ली सचिवालय में हुई एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री श्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पिछले दिनों पूरे देश ने देखा की कैसे भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार के इशारे पर, दिल्ली सरकार के अलग-अलग विभागों जैसे दिल्ली महिला आयोग, दिल्ली ट्रांसपोर्ट डिपार्मेंट, दिल्ली सरकार के अस्पताल आदि में कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले हज़ारों गरीब परिवार के लड़के लड़कियों को नौकरी से निकाल दिया गया. 


उन्होंने कहा कि भाजपा शासित केंद्र सरकार ने एक बार भी नहीं सोचा कि 18 से 20 हजार रुपये प्रति माह पाने वाले इन गरीब लड़के ल़डकियों का परिवार कैसे चलेगा? इन गरीब लोगों में ज्यादातर सभी का परिवार इन्हीं के ऊपर आश्रित है. अब जब इनको नौकरी से निकाल दिया गया है तो उनके घर में राशन कहां से आएगा? जो किराए पर रहते हैं, वह लोग किराया कहां से भरेंगे? अपने बच्चों के स्कूल की फीस कहां से देंगे? सभी बातों को दरकिनार करते हुए भाजपा की केंद्र सरकार ने एक झटके में हजारों गरीब लड़के लड़कियों को नौकरी से निकाल दिया.  


संघर्ष के दौरान बस मार्शलों को सहनी पड़ी यातनाएं


कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अब यह सभी गरीब और बेरोजगार लोग इकट्ठा हो गए हैं और लगातार केंद्र सरकार की तानाशाही के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं. उनके संघर्ष में, उनके हक की लड़ाई में आम आदमी पार्टी के विधायकों और मंत्रियों ने उनके कंधे से कंधा मिलाकर इनका सहयोग कर रही है. 


मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि संघर्ष के दौरान इन गरीब बस मार्शलों को बहुत सी यातनाएं भी झेलनी पड़ी. महिला बस मार्शल को लात मारी गई, थप्पड़ मारे गए और उल्टा बस मार्शलों पर ही भाजपा के नेता द्वारा झूठे मुकदमे कर दिए गए. इसके बावजूद इन महिला बस मार्शलों ने और अन्य तमाम लोगों ने हिम्मत नहीं हारी और लगातार आवाज उठाते रहे. 


लोकतंत्र की शक्ति के सामने केंद्र को झुकना पड़ा


उन्होंने बताया कि इन सभी संघर्षों के साथ-साथ आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल जी ने इन गरीब लड़के लड़कियों की नौकरी की दोबारा से बहाली के लिए जो वादा किया गया था और जो मेहनत की गई, आज वह रंग लाई है. उन्होंने कहा कि अंतत केंद्र सरकार को इन गरीब बस मार्शलों के संघर्ष के आगे झुकना पड़ा है. उन्होंने कहा कि जो साहस इन महिला बस मार्शल ने दिखाए मैं इनके जज्बे को सलाम करता हूं.


कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आज लोकतंत्र की जीत हुई है और लोकतंत्र की ताकत के सामने केंद्र सरकार को हारना पड़ा है.  अंततः केंद्र सरकार ने यह स्वीकार किया है कि दिल्ली सरकार इन सभी कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों को दिल्ली सरकार के कार्यों में नियुक्त करके वेतन दे सकती है. 


बस मार्शलों की बहाली का निकाला गया रास्ता!


मंत्री ने बताया कि जिस प्रकार से दिल्ली सरकार ने इन सभी सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स को रेड लाइट ऑन गाड़ी आफ कैंपेन को क्रियान्वित करने के लिए तथा ओड इवन जैसे दिल्ली सरकार के कार्यक्रमों को क्रियान्वित करने के लिए तैनात किया था, उसी श्रृंखला में अब दिल्ली सरकार प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए और एनफोर्समेंट एक्टिविटीज को अमली जामा पहनाने के लिए जैसे कि खुले में कूड़ा जलाने को रोकने के लिए, इमारतों के निर्माण कार्य की निगरानी के लिए, कूड़े के पहाड़ों में जानबूझकर आग लगाने की शरारतों की निगरानी जैसे कार्यों के लिए इन सभी सिविल डिफेंस वालंटियर जिनको बस मार्शल के तौर पर तैनात किया गया था, अगले 4 महीने के लिए इन्हें नियुक्त किया जाएगा. इसी दौरान यह कोशिश भी की जाएगी कि इन सभी सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स को बस मार्शल की तरह फिर से बहाल किया जाए.


कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आज मैं उन सभी सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स को बधाई देना चाहता हूं. खासतौर पर उन सभी बस मार्शल को जिन्होंने कई बार चंदगी राम अखाड़े के पास हम लोगों के साथ धरना प्रदर्शन किया, जिन्हें हमारे साथ केंद्र की पुलिस द्वारा सड़कों पर घसीटा गया, कभी सिविल लाइन थाने तो कभी बुराड़ी थाने में उन सभी को हमारे साथ डिटेन करके बंद रखा. उन्होंने कहा कि मैं उन सभी को सलाम करता हूं, कि उनके संघर्ष की वजह से आज हजारों हजार सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स के घर में एक उम्मीद जगी है.