नई दिल्लीः गोरखपुर से दिल्ली जाने वाले यात्रियों की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. रेलवे की काफी कोशिशों और दावों के बाद भी लोगों का सफर आसान नहीं हो रहा है. बता दें कि गोरखपुर से दिल्ली जाने के लिए केवल एक ही ट्रेन गोरखधाम एक्सप्रेस चलती है. इस ट्रेन में रोजाना ही हजारों लोग यात्रा करते है. इस ट्रेन में सफर करने के लिए सबसे ज्यादा मुसीबतों का सामना जनरल कोच के यात्रियों को करना पड़ता है. दरअसल गोरखधाम एक्सप्रेस की जनरल बोगी में सवार होने को लेकर सुबह से ही प्लेटफर्म पर लंबी लाइन लगती है और ट्रेन के आने के बाद इसमें चढ़ने के लिए कई बार यात्रियों के बीच में मार तक की स्थिति बन जाती है. इस समस्या को दूर करने के लिए आरपीएफ के सहयोग से टोकन सिस्टम लागू किया गया.


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दो कोच के लिए हजारों यात्रियों की लाइन को देखकर आरपीएफ ने यात्रियों की समस्या को दूरकरने के लिए पहले आवो, पहले पावो की तर्ज पर जनरल कोच के यात्रियों को टोकन देना शुरू किया. इसमें यात्रियों को नंबरिंग के साथ टोकन दिया जाता और फिर उसी के अनुसार उन्हे जनरल कोच में चढ़ाया जाता. यात्रियों की भीड़ इतनी ज्यादा थी कि आरपीएफ का यह टोकन सिस्टम कुछ ही दिन चल पाया और फेल हो गया. यात्रियों का कहना है कि एक तो दिल्ली जाने के लिए एक ही ट्रेन है और उसमें भी जनरल कोचो की संख्या बहुत कम होने की वजह से रोजना इसी तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. किसी भी ट्रेन में जनरल कोचो की संख्या चार होती है. दो कोच इंजन के पीछे और दो कोच ट्रेन में पीछे की तरफ, लेकिन गोरखधाम एक्सप्रेस में सिर्फ जनरल के दो ही कोच हैं जिससे यात्रियों और रेलवे पुलिस कर्मियों दोनो को ही रोजाना काफी मशक्कत करनी पड़ती है. 


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आये दिन ट्रेन में चढ़ने को लेकर यात्रियों में मारामारी की नौबत आ रही है. यात्रियों को पहले टिकट के लिए घंटों लाइन में खड़े रहना पड़ता है और फिर इसके बाद घंटों टोकन के लिए लाइन में खड़े रहना पड़ता है. यात्रियों का कहना है कि इसके बाद भी ट्रेन में सीट नहीं मिलती. भीड़ को देखते हुए रेलवे सुरक्षा बल और जीआरपी ने तीन बजे से ही यात्रियों को टोकन देना शुरू कर दिया. इसके लिए प्लेटफार्म नंबर दो पर दो बोयोमेटिक टोकन मशीन लगाई गईं. लगभग आधे घंटे से एक घंटे में ही टोकन समाप्त हो गया. यात्रियों में भी इस टोकन सिस्टम को लेकर दो राय है. जिन लोगों को टोकन मिल गया वे इसे सही कह रहे है और जो नहीं पा पाए वे इसे गलत कह रहे हैं. वहीं पूर्वाचलवासी लगातार गोरखपुर से दिल्ली के बीच जनसाधारण एक्सप्रेस की मांग कर रहे हैं, लेकिन न रेल मंत्रलय नोटिस ले रहा और न जनप्रतिनिधि रुचि दिखा रहे