Correct Use of Toothpicks: लंच हो या डिनर या फिर ब्रेकफास्ट बहुत से लोगों का काम टूथपिक (Toothpick) के बगैर नहीं चलता. इसके बनने की कहानी भी दिलचस्प है तो टूथपिक के पीछे बनी डिजाइन भी काफी सोंच समझकर बनाई गई थी. ऐसा इसलिए क्योंकि इसकी डिजाइन सिर्फ डिजाइन नहीं होती बल्कि इसका इस्तेमाल टूथपिक यूज करने के बाद किया जाता है. आपको बता दें कि ये वही फैक्ट है जिसके बारे में वो भी नहीं जानते जो इसे जेब में रखकर चलते है. 


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कभी ध्यान गया है?


अगर आप भी टूथपिक का इस्तेमाल करते हों तो कभी न कभी आपका ध्यान उसके पीछे के हिस्से जिसे पकड़ कर लोग सफाई करते हुए उसकी डिजाइन पर गया होगा. यहां सवाल ये कि आखिर उसकी डिजाइन इस तरह क्यों बनाई गई. इसका जवाब बताएं इससे पहले ये भी जानिए कि ये डिजाइन डाइनिंग टेबल पर बैठने के तौरतरीकों (Dinner Table Etiquette) से भी जुड़ी है. 


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डिजाइन का लॉजिक


अगर आप टूथपिक का सही इस्तेमाल करना चाहते हैं तो बताते चलें कि टूथपिक के पीछे बनी डिजाइन एक होल्डर की तरह काम करती है. अगर आप खाना खाने के बाद टूथपिक का इस्तेमाल करते हैं, तो जरूरी है कि टूथपिक के इस्तेमाल के बाद उसके पीछे बने रिंग से उसे तोड़ कर टेबल पर रखें और रिंग के बीच खाली जगह पर अपनी इस्तेमाल की गई टूथपिक रख दें. 


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दातों की सेहत से जुड़ा है मसला


टूथपिक को इस्तेमाल करने के बाद इस तरह से रखने का एक फायदा ये भी होता है कि जब आप टूथपिक के पीछे के हिस्से को तोड़ देते हैं, तो उससे पता चल जाता है कि टेबल पर रखी टूथपिक इस्तेमाल की हुई है. ऐसा होने के पीछे एक लॉजिक ये भी है क्योंकि आप किसी और के द्वारा इस्तेमाल की गई टूथपिक न यूज करें. क्योंकि अगर किसी शख्स को पायरिया जैसी दांतों की गंभीर बीमारी है तो उसके द्वारा इस्तेमाल की गई टूथपिक यूज करने से आप भी दांत की किसी बीमारी या परेशानी का शिकार हो सकते हैं.