खालिद हुसैन, श्रीनगर: कश्मीर घाटी में घने कोहरे ने आम जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है, ताजा बर्फबारी की भविष्यवाणी से पहले आईएमडी ने येलो अलर्ट की चेतावनी जारी की है. वहीं प्रशासनिक अधिकारियों ने भी लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है. शुक्रवार सुबह से ही कश्मीर घाटी में घना कोहरा छाया रहा और कम विजिबिलिटी के कारण लोगों को आने जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. लो विजिबिलिटी ने कश्मीर में जनजीवन की रफ्तार रोक दी. 


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फ्लाइट सेवा पर असर


कश्मीर और लद्दाख में बर्फबारी की भविष्यवाणी से पहले घना कोहरा देखा गया, जबकि घाटी के लगभग हर इलाके में रातें सर्द रहीं. सुबह-सुबह लोगों को वाहन चलाने के लिए फॉग लाइट का इस्तेमाल करने को मजबूर होना पड़ा. लो विजिबिलिटी के चलते श्रीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उड़ानों का संचालन प्रभावित हुआ.


कश्मीर घाटी का हाल


मौसम विभाग (IMD) द्वारा दिए इनपुट के मुताबिक कश्मीर का शोपियां -8.5 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ सबसे ठंडा स्थान रहा. अनंतनाग में -7.7 डिग्री सेल्सियस, श्रीनगर में -2.5 डिग्री सेल्सियस, जबकि काजीगुंड में  -7.3 और पहलगाम में  -4.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ. बड़गाम में -3.2 डिग्री सेल्सियस, बारामुल्ला में-4.8 डिग्री सेल्सियस, पुलवामा में -6.1 डिग्री सेल्सियस, गांदरबल में -4.3 डिग्री सेल्सियस, कुलगाम में -6.8 डिग्री सेल्सियस, बांदीपुरा में -2.5 डिग्री सेल्सियस, कोकरनाग में -5.5 डिग्री सेल्सियस और गुलमर्ग में -4.5 डिग्री सेल्सियस तापमान रहने से  लोगों को कड़ाके की ठंड का अहसास हुआ. इस बीच, लद्दाख में भी कड़ाके की ठंड रही, जहां द्रास में -8.6 डिग्री सेल्सियस, कारगिल में -6.9 डिग्री सेल्सियस और लेह में -4.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया.


शीत लहर में कमी आने की उम्मीद 


आने वाले दिनों में बारिश की संभावना के कारण शीत लहर में कमी आने की उम्मीद है. जम्मू और कश्मीर में 4 जनवरी की शाम से बर्फबारी और बारिश का एक और दौर देखने को मिल सकता है.  कश्मीर मेट्रोलॉजी विभाग के वैज्ञानिक मुख्तार अहमद ने कहा, 'जम्मू कश्मीर में लगातार दो पश्चिमी विक्षोभ आ रहे हैं. पहला पश्चिमी विक्षोभ शुरू हो चुका है, इसकी वजह से उत्तरी कश्मीर के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी का अनुमान है, यह शनिवार सुबह तक सक्रिय रहेगा.


दूसरा पश्चिमी विक्षोभ 4 जनवरी की रात से 6 जनवरी तक सक्रिय रहेगा, जिसका मुख्य प्रभाव 5 और 6 जनवरी को होगा. कश्मीर में पहाड़ी और मैदानी इलाकों और जम्मू के पहाड़ी इलाकों में भी मध्यम से भारी बर्फबारी होगी और 6 जनवरी की दोपहर के बाद मौसम में सुधार होगा.'


एडवायजरी जारी


इस बीच भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 4 जनवरी से 6 जनवरी तक बर्फबारी के ताजा पूर्वानुमान के मद्देनजर  लोगों से संभलकर रहने को कहा है. सरकारी एडवायजरी में लिखा है कि सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अनावश्यक यात्रा से बचें. एडवाइजरी में मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग (MH&ED), लोक निर्माण विभाग (PWD), श्रीनगर नगर निगम (SMC), कश्मीर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (KPDCL), जल शक्ति और स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा सहित प्रमुख विभागों को बर्फ हटाने और संबंधित कार्यों के लिए अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है.


इन विभागों के फील्ड स्टाफ को जरूरत पड़ने पर तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए संबंधित मुख्यालयों पर रहने को कहा गया है. किसी भी आपात स्थिति या सहायता के लिए, जनता जिला आपातकालीन संचालन केंद्र (DEOC) द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबरों के जरिए मदद मांग सकती है.