Himachal transport rules: ऐसा लग रहा है कि सरकारी बसों में उन चीजों का भी किराया वसूला जा रहा है जिसे यात्री अपने साथ लेकर बैठ रहे हैं. हिमाचल प्रदेश से ऐसे ही मामले आ रहे हैं जब सरकारी बसों में घरेलू सामान पर किराया वसूला जा रहा है. मंडी से औट जा रही HRTC की एक बस में एक महिला से प्रेशर कुकर का किराया वसूलने का मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया. प्रेशर कुकर के लिए 23 रुपये की टिकट काटने की तस्वीर वायरल होते ही प्रदेश की सुक्खू सरकार आलोचनाओं के घेरे में आ गई है. इसके अलावा हीटर का भी किराया लिया गया है. सवाल उठ रहे हैं कि क्या घरेलू सामान ले जाना भी अब हिमाचल के लोगों के लिए महंगा साबित होगा.


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कुकर और हीटर पर भी लिया किराया
असल में मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला यहीं नहीं रुका. कुकर के बाद डेढ़ किलो के हीटर का किराया वसूलने की खबर भी सामने आई. मंडी जिले के सराज के गाड़ागुसैणी क्षेत्र के एक व्यक्ति से, जो धर्मशाला जा रहा था, हीटर का 264 रुपये का किराया वसूला गया. कंडक्टर ने दोनों ही मामलों में सरकारी नियमों का हवाला देते हुए टिकट काटी. सोशल मीडिया पर यह घटनाएं तेजी से वायरल हो गईं, और आम जनता से लेकर विपक्ष तक ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी.


जयराम ठाकुर का हमला
हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता जयराम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "अब प्रेशर कुकर, बुजुर्गों की दवाई और बच्चों के बस्तों पर भी किराया लिया जा रहा है. बीजेपी की सरकार ने मातृशक्ति को 50% किराये में छूट दी थी, और अब यह सरकार कूकर और चिमटे का किराया वसूल रही है." उन्होंने इसे जनता के साथ अन्याय और सरकार की बदहाली करार दिया. उन्होंने टिकट की एक तस्वीर भी शेयर की है. 


लोगों की तीखी प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर लोग भी इस मुद्दे पर जमकर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, "गरीब महिला जो कुकर खरीदकर घर ले जा रही थी, उससे किराया वसूला गया. कंडक्टर ने कहा कि वह कांग्रेस सरकार के आदेशों का पालन कर रहा है." कुछ लोगों ने इसे 'कांग्रेस मॉडल' कहा तो कुछ ने इसे सरकार की विफलता बताया.


सरकार और HRTC की सफाई
विवाद बढ़ता देख HRTC के महाप्रबंधक पवन महाजन ने सफाई दी कि यह कंडक्टर की गलती थी. उन्होंने कहा, "घरेलू उपयोग की 30 किलो तक की वस्तुओं पर किराया वसूलने का कोई नियम नहीं है." इस घटना के बाद सभी मंडलीय प्रबंधकों को निर्देश दिए गए हैं कि कंडक्टरों को लगेज पॉलिसी की सही जानकारी दी जाए ताकि भविष्य में ऐसी गलती न हो.