Tripura Exit Poll: त्रिपुरा में फिर बन सकती है बीजेपी सरकार, एग्जिट पोल के नतीजों ने कर दिया हैरान
Exit Poll Result: त्रिपुरा चुनाव के दौरान विभिन्न जिलों से राजनीतिक कार्यकर्ताओं पर हमले, मतदाताओं को डराने-धमकाने और बाधित करने की कई घटनाएं सामने आई हैं. गोमती, सिपाहीजला, दक्षिण त्रिपुरा और पश्चिम त्रिपुरा जिलों में कम से कम 60 विपक्षी दल के कार्यकर्ताओं के घायल होने की सूचना मिली थी.
North East Exit Poll: त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड जैसे देश के पूर्वोत्तर राज्यों में किसकी सरकार बनेगी, इसका फैसला तो 2 मार्च को नतीजे आने के बाद हो ही जाएगा. लेकिन उससे पहले सोमवार को एग्जिट पोल के नतीजों का ऐलान हो गया है. त्रिपुरा में एक बार फिर बीजेपी की सरकार बनती दिखाई दे रही है. 60 सदस्यों वाली त्रिपुरा विधानसभा के लिए मतदान 16 फरवरी को हुए थे, जिसमें 87.6 फीसदी वोट पड़े थे. त्रिपुरा में कुल 28.14 लाख मतदाता हैं. चुनाव आयोग के मुताबिक, महिला मतदाताओं का मतदान पुरुष मतदाताओं की तुलना में 3.05 प्रतिशत अधिक रहा.
एग्जिट पोल की बात करें तो यहां बीजेपी फिर एक बार सरकार बना सकती है. बीजेपी गठबंधन को 29-36 सीटें हासिल हो सकती हैं. जबकि सीपीएम गठबंधन को 13-21 सीटें, TIPRA को 11-16 सीटें और अन्य को 0-3 सीटें मिल सकती हैं.
त्रिपुरा (60 सीटें)
बीजेपी गठबंधन-29-36 सीटें
सीपीएम गठबंधन-13-21 सीटें
TIPRA-11-16 सीटें
अन्य-0-3 सीटें
60 सदस्यीय सदन के चुनाव के लिए 31 महिलाओं सहित कुल 259 उम्मीदवार मैदान में हैं और उनमें से सबसे ज्यादा बीजेपी ने 55 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, उसके बाद माकपा (43), टिपरा मोथा पार्टी (42), तृणमूल कांग्रेस (28), और कांग्रेस ने 13 सीटों पर चुनाव लड़ा है. 58 निर्दलीय उम्मीदवार और विभिन्न छोटे दलों के 14 उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे हैं.
चुनाव कराने के लिए 3,327 वोटिंग सेंटर्स पर लगभग 31,000 कर्मियों को तैनात किया गया था. कुल मिलाकर, 13.99 लाख महिलाओं सहित 28.14 लाख मतदाता गुरुवार को हुए मतदान में वोट डालने के योग्य थे. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 400 कंपनियां (30,000 सुरक्षाकर्मी) तैनात की थीं, जबकि लगभग 9,000 त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के जवान और 6,000 से अधिक त्रिपुरा पुलिस कर्मियों को निष्पक्ष और हिंसा मुक्त चुनाव कराने के लिए तैनात किया गया था.
त्रिपुरा चुनाव के दौरान विभिन्न जिलों से राजनीतिक कार्यकर्ताओं पर हमले, मतदाताओं को डराने-धमकाने और बाधित करने की कई घटनाएं सामने आई हैं. गोमती, सिपाहीजला, दक्षिण त्रिपुरा और पश्चिम त्रिपुरा जिलों में कम से कम 60 विपक्षी दल के कार्यकर्ताओं के घायल होने की सूचना मिली थी.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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