जब आई ऐसी स्थिति तो uber CEO ने खुद चलानी शुरू कर दी कैब, जानें इस संघर्ष की क्या है कहानी
Uber Cab: उबर कैब कंपनी के सीईओ दारा खोसरोशाही की गिनती कॉर्पोरेट की दुनिया में एक टॉप एग्जीक्यूटिव में होती है. वह बहुत ही साधारण तरीके से रहते हैं. उबर ने अपने परिचालन को बेहतर बनाने के लिए पिछले साल प्रोजेक्ट `बूमरैंग` की शुरुआत की थी.
Uber app: आजकल लोगों के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने का साधन उबर ऐप के माध्यम से झटपट मिल जाता है. यदि किसी को अकेले जाना हो या फिर फैमिली के साथ सभी तरह के साधन उबर ऐप आपको उपलब्ध करा रहा है. ये कंपनी इंडिया में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अब काम कर रही है. इस कंपनी के सीईओ की कहानी जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे. आज ये कंपनी पूरे विश्व में जानी जाती है. एक समय ऐसा आया जब उबर के सीईओ खुद कैब चला रहे हैं.
टॉप एग्जीक्यूटिव में होती है गिनती
उबर कैब कंपनी के सीईओ दारा खोसरोशाही की गिनती कॉर्पोरेट की दुनिया में एक टॉप एग्जीक्यूटिव में होती है. वह बहुत ही साधारण तरीके से रहते हैं. उबर ने अपने परिचालन को बेहतर बनाने के लिए पिछले साल प्रोजेक्ट 'बूमरैंग' की शुरुआत की थी.
सैन फ्रांसिस्को में चला रहे कार
इस प्रोजेक्ट के तहत दारा खुद ही कैब ड्राइवर के रूप में काम करने लगे हैं. वह सैन फ्रांसिस्को में कार चला रहे हैं. उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर एक इंडस्ट्री के स्तर पर देखें तो लोग कैब ड्राइवर को फोर ग्रांटेड लेते हैं.
रोजाना लाखों का है टर्नओवर
उबर ऐप के माध्यम से कंपनी ने अपनी बड़ी पहचान बना ली है. आज इसका लाखों-करोड़ों में टर्नओवर है. ऐप को डाउनलोड करने के बाद हर आम व्यक्ति कि ये जरूरत बन गया है. यदि किसी को इमरजेंसी में कहीं आना जाना है तो 10 मिनट में वह अपने पास वाहन बुला सकता है. इस सुविधा को सभी ने सराहा है. आज हर दसवां व्यक्ति उस ऐप का प्रयाेग पर रहा है.
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