DNA Analysis: उदयपुर हत्याकांड में जिस मोहम्मद रियाज अत्तारी को गिरफ्तार किया गया है, वह पिछले कई वर्षों से भारत में आतंकवादियों के स्लीपर सेल नेटवर्क से जुड़ा हुआ था. इसके अलावा उसने वर्ष 2013 में एक बाइक भी खरीदी थी, जिसका नम्बर RJ 27 AS 2611 है. हैरानी की बात ये है कि रियाज ने अपनी बाइक के लिए ये नम्बर पांच हजार रुपये में खरीदा था. मुम्बई के 26/11 हमले में 175 बेकसूर लोग मारे गए थे. अब आप खुद अन्दाजा लगा सकते हैं कि इस आरोपी की क्या मानसिकता रही होगी?


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इस्लामिक कट्टरपंथ से प्रेरित थे हत्यारे


बड़ी बात ये है कि इसने ये बाइक और ये नम्बर 2013 में लिया था और उस समय नूपुर शर्मा का ऐसा कोई मामला नहीं था. तो इसके लिए किसे जिम्मेदार माना जाएगा? कड़वा सच ये है कि, उदयपुर में जिन लोगों ने कन्हैया लाल की हत्या की, वो इस्लामिक कट्टरपंथ से प्रेरित थे. इन लोगों ने पाकिस्तान जाकर जेहादी बनने की ट्रेनिंग ली थी.


इसके अलावा आज ये जानकारी भी सामने आई कि गौस मोहम्मद पिछले काफी समय से पाकिस्तान में बैठे आतंकवादियों के सम्पर्क में था. इनमें दो लोगों के नाम शुरुआती जांच में सामने आए हैं. इनमें एक आंतकवादी का नाम है, सलमान हैदर और दूसरे का नाम अबु इब्राहिम है. सलमान हैदर ने ही गौस मोहम्मद की मुलाकत अबु इब्राहिम से कराई थी. फिर अबु इब्राहिम ने सलमान हैदर को जेहादी बनने की ट्रेनिंग पाकिस्तान में दी थी. हैरानी की बात ये है कि मोहम्मद रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद दोनों तालिबान के Videos देखते थे और इस आतंकवादी संगठन से काफी प्रभावित थे.


उदयपुर की घटना से उपजे 3 सवाल


इतना ही नहीं ये दोनों ही आरोपी दावत-ए-इस्लामी नाम के संगठन से भी जुड़े हुए थे. जिस पर भारत में जबरन धर्म परिवर्तन कराने के आरोप लगते रहे हैं और अब NIA ने कानपुर में इस संगठन के एक मरकज की जांच शुरू कर दी है. जिसके 50 हजार अनुयायी यहां हो सकते हैं. उदयपुर की घटना में आज हमारे देश के लिए तीन बड़े सवाल छिपे हैं?


पहला, क्या अभिव्यक्ति की आजादी को धर्म के आधार पर बांटा जा सकता है? दूसरा, क्या धार्मिक अपमान के मुद्दे पर किसी की हत्या करना जायज है? तीसरा, क्या भारत संविधान के हिसाब से चलेगा या शरिया कानून के हिसाब से? आज इन सवालों के जवाब आपको भी जरूर तलाशने चाहिए. 


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