Maharashtra Crisis: सियासी संकट के बीच ठाकरे कैबिनेट से बागी मंत्रियों की छुट्टी, हुआ ये बदलाव
Maharashtra Cabinet reshuffle: महाराष्ट्र की सरकार में जारी सियासी संकट सुझलने के बजाए लगातार उलझता जा रहा है. शतरंज से भी ज्यादा पेचीदा हो रहे इस मुकाबले में एकनाथ शिंदे कैंप और उद्धव गुट के बीच रस्साकसी और कड़ी बयानबाजी का दौर जारी है. इस बीच सीएम उद्धव ठाकरे ने अपनी कैबिनेट में बड़ा बदलाव किया है.
CM Uddhav Thackeray Cabinet reshuffle: एकनाथ शिंदे की शिवसेना पर पकड़ मजबूत होने के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बड़ा फैसला लेते हुए बागी हुए मंत्रियों के विभाग दूसरे मंत्रियों को दे दिए हैं. इस सिलसिले में जो कई अहम बदलाव हुए हैं उनके बारे में आइए आपको बताते हैं.
महाराष्ट्र कैबिनेट में फेरबदल
सीएम उद्धव ठाकरे ने अपनी पार्टी के बागियों पर बड़ा चाबुक चलाते हुए एकनाथ कैंप में गए मंत्रियों के विभाग छीन लिए हैं. सूत्रों के मुताबिक इस फैसले के जरिए शिदें कैप के विधायकों को संदेश देने की कोशिश की गई है.
इनको मिली नई जिम्मेदारी
अब मंत्री गुलाबराव पाटिल का विभाग अनिल परब को दिया गया है. वहीं उदय सामंत के विभाग की जिम्मेदारी आदित्य ठाकरे को दी गई है. शिवसेना के दूसरे धड़े की अगुवाई कर रहे एकनाथ शिंदे जिनके पास नगर विकास मंत्री का प्रभार था उनका मंत्रालय अब सुभाष देसाई को दे दिया गया है.
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इसी तरह जल एवं स्वच्छता मंत्री गुलाब राव पाटिल के मंत्रालय की जिम्मेदारी भी अनिल परब को सौंपी गई है. वहीं दादा भूसे जिनके पास महाराष्ट्र के कृषि मंत्री का प्रभार था और रोजगार मंत्री रहे संदीपन भूमरे का मंत्रालय शंकरराव को दिया गया है. वहीं उच्च शिक्षा मंत्री रहे उदय सामंत के मंत्रालय की जिम्मेदारी भी आदित्य ठाकरे को दी गई है.
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सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट में आज महाराष्ट्र संकट पर सुनवाई हो रही है. एकनाथ शिंदे गुट ने दो याचिकाएं दायर की हैं. इस पर सुनवाई जब शुरू हुई तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि इस मामले में पहले आप हाईकोर्ट क्यों नहीं गए? इस पर शिंदे गुट के वकील ने संजय राउत की धमकी का जिक्र करते हुए कहा कि बागी विधायकों के लिए राज्य में हालात मुश्किल हैं.
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