सीमा हैदर की अनसुलझी कहानी के बीच समझें क्या होता है Deportation
Seema Haider Deportation: सीमा हैदर कौन है इसके बारे में अब कुथ अधिक बताने की जरूरत नहीं लेकिन उसका इतिहास सवालों के घेरे में है. यूपी एटीएस उससे पूछताछ कर चुकी है और उसके निर्वासन की संभावनाओं से जुड़ी जानकारी सामने आई. यहां पर हम आपको डिपोर्टेशन के बारे में बताएंगे.
Seema Haider Deportation: सीमा हैदर की पहचान और असलियत क्या है, वो पाकिस्तान की सिर्फ सामान्य सी बेटी या उसका कोई और इतिहास है, क्या वो सिर्फ सचिन मीना से प्यार करती थी और यूपी के गौतमबुद्ध नगर अपने ससुराल आई या उसके पीछे कोई और है. क्या उसे मोहरा बनाकर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी भारत के संवेदनशील जगहों की जासूसी कराने के लिए प्लांट किया या ये सब बातें कपोलकल्पित हैं. सीमा हैदर जब भारत आई तो उसका ठिकाना नेपाल का काठमांडू था. गौतमबुद्धनगर आने के बाद उसे और उसके पति सचिन मीना को जेल में रहना पड़ा. जब सचिन और उसकी पत्नी की रिहाई हुई तो वो अपने ससुराल पहुंची लेकिन कहानी में ट्विस्ट वहीं से आना शुरू हुआ. मसलन पांचवीं पास सीमा अच्छी अंग्रेजी कैसे बोल सकती है, उसके बोलने का अंदाज सिंध की बोली से नहीं मिलता. इन सबके बीच यूपी एटीएस ने पूछताछ की. शुरुआती पूछताछ में अभी गंभीर बात निकल कर सामने नहीं आई है ये बात अलग है अब उसके निर्वासन (Deportaion) की संभावना सामने आ रही है. यहां हम आपको डिपोर्टेशन या निर्वासन के बारे में बताने के साथ साथ कौन फैसला लेता उसे भी बताएंगे.
अब तक क्या हुआ
यूपी एटीएस ने पूछताछ की
एटीएस पूछताछ के बाद डिपोर्टेशन की खबरों को बल मिला
यूपी पुलिस के बड़े अधिकारियों मे सवालों के जवाब में दिए संकेत
सीमा तब सवालों के घेरे में जब वो सचिन के साथ उसके गांव नहीं मिली
चार जुलाई को ग्रेटर नोएडा से सचिन और सीमा की गिरफ्तारी हुई
7 जुलाई को दोनों को जमानत मिली
पबजी के जरिए मुलाकात मोहब्बत में बदली
काठमांडू में दोनों ने शादी रचाई
पाकिस्तान के सिंध की रहने वाली है सीमा
आईएसआई का एजेंट हो सकती है सीमा हैदर
क्या होता है डिपोर्टेशन
जब कोई शख्स महिला या पुरुष अनधिकृत तरीके से भारत में रहता है तो उसे उसके देश भेजने की कार्रवाई होती है, जिसे डिपोर्ट करना कहा जाता है. भारत में यह फैसला गृहमंत्रालय, इमिग्रेशन विभाग के जरिए करता है, इसके लिए सक्षम अधिकारी एफआरआरओ यानी फॉरेन रीजनल रजिस्ट्रेशन अफसर करता है. इसके तहत जो भी अवैध तरीके से भारत में प्रवास करने वालों को अरेस्ट करने के बाद निर्वासित किया जाता है. FRRO के सामने पेशी के बाद डिटेंशन सेंटर भेजने का आदेश होता है. भारत में अलग अलग शहरों में डिटेंशन सेंटर बने हुए हैं.
अगर बात सीमा हैदर की करें तो वो अवैध प्रवासी है. सीमा पर आरोप है कि वो बिना वैध दस्तावेज यानी पासपोर्ट और वीजा के बगैर भारत में दाखिल हुई. इस अपराध के लिए उसे पांच साल की जेल और जुर्माना दोनों हो सकता है. अगर बात साल 2022 की करें तो करीब 815 यात्रियों को डिपोर्ट किया गया है.