UP Election: BJP के लिए क्या हैं चुनावी मुद्दे और किस पार्टी से मुकाबला, पढ़ें नितिन गडकरी का इंटरव्यू
नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव को लेकर Zee News से खुलकर बात की और यूपी चुनाव को लेकर चल रही प्लानिंग की जानकारी दी.
नई दिल्ली: केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) गुरुवार (6 जनवरी) को उत्तर प्रदेश दौरे पर पहुंचे और उन्होंने राम जन्मभूमि अयोध्या से भगवान श्री राम के वनवास स्थल चित्रकूट को जोड़ने वाले राम वन गमन मार्ग का शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने प्रयागराज को करोड़ों की कई अन्य परियोजनाओं की भी सौगात दी. यूपी दौरे पर पहुंचे नितिन गडकरी ने Zee News से बात की और यूपी चुनाव को लेकर चल रही प्लानिंग की जानकारी दी.
सवाल: पंजाब में प्रधानमंत्री के साथ हुई घटना पर क्या कहेंगे?
नितिन गडकरी: यह चुनावी मुद्दा और राजनीति का प्रश्न नहीं है. प्रधानमंत्री किसी पार्टी का नहीं होता है, देश का होता है. राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री एक संवैधानिक पद है. इसलिए प्रधानमंत्री और इस पद पर रहने वाले व्यक्ति के साथ इस तरह का व्यवहार करना ठीक नहीं. यह राज्य सरकार की जिम्मेदारी है. यह लोकतंत्र के लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. इस घटना के कारण स्वाभाविक रूप से सभी लोकतंत्र प्रेमी लोगों के मन में नाराजगी है, यह अच्छी बात नहीं हुई.
सवाल: क्या राज्य सरकार के खिलाफ कड़ा फैसला लेना चाहिए और बर्खास्त करना चाहिए?
नितिन गडकरी: मैं कैबिनेट की बैठक में नहीं था और उसमें क्या बातचीत हुई इसकी जानकारी नहीं है. मैं यूपी दौरे पर था, लेकिन पार्टी में तीव्र भावना है. इसपर क्या करना है ये फैसला पार्टी अध्यक्ष और प्रधानमंत्री लेंगे.
सवाल: बीजेपी किन मुद्दों के साथ चुनाव में जा रही है?
नितिन गडकरी: हम विकास पर वोट मांगेंगे, जाति पंथ पर नहीं. हम एक परिवार की पार्टी नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक पार्टी हैं. पहली बात तो ये बीजेपी 2014 में सत्तारूढ़ पार्टी बनी है और 2014 से 2021 तक 7 साल का हमारा रिपोर्ट कार्ड जनता के हाथ में है. 1947 के बाद जो 60 साल में नहीं हुआ, कांग्रेस नहीं कर सकी वो काम मोदी सरकार ने किया. प्रयाग में गंगा पार पहले एक पुल बना था, आज 7-7 पुल बन रहे हैं. गंगा साफ हुई. हमने जो काम किया उसी काम पर वोट मांगेंगे.
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सवाल: आपकी पार्टी पर आरोप है कि जब-जब चुनाव आते हैं आप लोग राम का मुद्दा गर्माने लगते हैं, हिन्दू-मुस्लिम करने लगते है और राष्ट्रवाद का कार्ड खेलते है.
नितिन गडकरी: अयोध्या में राम मंदिर बनना ये राजनीतिक मुद्दा नहीं है, न ही हमारा पॉलटिकल एजेंडा है. ये देश के करोड़ों भारतीयों की इच्छा है. जहां राम का जन्म हुआ, वही मंदिर बने और ये कोर्ट के फैसले के बाद हो रहा है. अब ऐसा प्रश्न आप ही लोग सवाल पूछते हैं और फिर कहते हैं हम धर्म की राजनीति करते है. जैसा मैंने आप से कहा पहले यूपी में कानून की धज्जियां उड़ी, गुंडा राज और अंडरवर्ल्ड राज था. योगी जी ने जो माफिया के खिलाफ कार्रवाई की, क्या उससे कानून व्यवस्था स्थापित नहीं हुई.
सवाल: क्या विकास के मुद्दे पर वोट पड़ता है?
नितिन गडकरी: नई पीढ़ी सब बातें जानती है और आने वाले समय में वोटर का भी मन बदल रहा है. जाति, धर्म, पंथ के आधार पर बांटने पर राजनीति करना मुश्किल है. थोड़े बहुत लोग मानते होंगे.
सवाल: बीजेपी का उत्तरप्रदेश में मुकाबला किससे है? क्या त्रिकोणीय समीकरण बन रहे हैं?
नितिन गडकरी: देखिए हर जगह की परिस्थिति अलग-अलग होती है. डिवीजन में अलग है और जिलों में अलग है. मेरा मानना है राजनीति में और लोकतंत्र में जिसको खड़ा होना है, खड़ा हो. वो आजमा ले, जनता की अदालत है वो तय करेगी.
सवाल: अखिलेश यादव के सपने में श्री कृष्ण आए.
नितिन गडकरी: मैं इन सब बातों पर कोई टिप्पणी करना नहीं चाहता. किसके सपने में कौन आया और कौन किसके सपने से गया. वो अपने बात कहते रहें. हम विशुद्ध रूप से राष्टवाद, गांव, गरीब को भगवान मानकर काम करते हैं.
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सवाल: आप राम मंदिर और राम की बात कर रहे हैं, अखिलेश यादव कृष्ण की क्या ये चुनाव राम Vs कृष्ण होने वाला है?
नितिन गडकरी: इस प्रकार की बातों की चर्चा करना निरर्थक है. उन्हें जो कहना है वो कहें, हमें जो कहना है हम कहें. 21वीं सदी की राजनीति है. उन्हें भी कभी अवसर मिला था वो बताएं उन्होंने क्या काम किया और चुनकर आएंगे तो क्या-क्या करेंगे? जैसे फाइनेंशियल ऑडिट होता है वैसे ही नेताओं का परफॉर्मेंस ऑडिट होना चाहिए. परफॉर्मेंस ऑडिट हो, नेताओं का ऑडिट हो और पार्टियों का ऑडिट हो, जिन्होंने अच्छा काम किया जनता की अदालत में जनता उनको सपोर्ट करे.
सवाल: यूपी में चुनावी मौसम में खासतौर से समाजवादी पार्टी भगवान परशुराम की मूर्ति लगाने की बात कर रही है. सपा का कहना है ब्राह्मण योगी से नाराज हैं लिहाजा सपा उनको पर्याप्त जगह देगी?
नितिन गडकरी: ऐसी राजनीति जातिवाद और साम्प्रदायिकता का जहर घोलती है. ये हमारी पार्टी का स्वभाव नहीं है. हम ये मानते हैं कि व्यक्ति उसकी जाति, पंथ, भाषा से बड़ा नहीं होता गुणों से बड़ा होता है. इसलिए सबका साथ, सबका विकास पर काम करते हैं.
चीन के प्रोपेगैंडा और राहुल गांधी के ट्वीट पर नितिन गडकरी ने कहा कि मुझे लगता है हमारे नेताओं को चीन-पाकिस्तान के बजाय हिंदुस्तान के हितों की बात करनी चाहिए. चीन क्या बोल रहा है वो हमारे प्रति क्या भाव रखता ये पूरी दुनिया को पता है.
सवाल: पांच राज्यों में बीजेपी ऐसे तीन कौन से तीन बड़े मुद्दे ले जाएगी या घोषणा पत्र में लाएगी?
नितिन गडकरी: जो काम किया है वो हमारी सबसे बड़ी पूंजी है विकास. दूसरा हमारी पार्टी लोकतांत्रिक पार्टी है परिवार की पार्टी नहीं है. तीसरी बात हमारी पार्टी जाति, पंथ, भाषा के आधार पर भेदभाव नहीं करती है.
सवाल: उत्तर प्रदेश में हाल ही में इनकम टैक्स और दूसरी एजेंसियों के जो छापे पड़े हैं अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी हार से डर गई है लिहाजा छापे मारे जा रहे है.
नितिन गडकरी: एजेंसी अपना काम कर रही है. इसका हमारी सरकार या मंत्री से कोई लेना-देना नहीं है लेकिन ये बात सही है कि इसमें वो क्यों नहीं बोलते? रेड पड़ने के बाद क्या-क्या मिला इसके ऊपर क्यों नहीं बोलते? अगर कोई इनोसेंट है तो जांच में सामने आ जाएगा. जो अभी सामने आ रहा वो तो बड़ा खुलासा करने वाला है.
सवाल: एक बड़ा सवाल है महंगाई का मुद्दा जो आपकी सरकार से बार-बार पूछा जाता है पेट्रोल-डीजल की कीमतों का मुद्दा. इसका जवाब कैसे देंगे महंगाई तो है?
नितिन गडकरी: पेट्रोल-डीजल का हम अल्टरनेट ला रहे हैं. हम ग्रीन हाइड्रोजन पर काम कर रहे हैं. हम पराली से बायो डीजल बनाने की बात कर रहे हैं. धीरे-धीरे देश में ही अल्टरनेट फ्यूल तैयार कर रहे हैं. जब पेट्रोल-डीजल का इम्पोर्ट कम होगा तो दाम भी कम होंगे. महंगाई का संबंध डिमांड और सप्लाई से है. जब नासिक में प्याज ज्यादा होता है तो 3 रुपये किलो बिकता है. हमारी नीतियां महंगाई कम करने की हैं.
सवाल: आप हजारों करोड़ की योजनाएं कैसे करते है? कई मंत्रालय रोना रोते रहते हैं कि उनके पास बजट नहीं है. आप कैसे हजारों करोड़ की योजनाएं बांटते रहते हैं? ये फार्मूला उनको भी दीजिए.
नितिन गडकरी: मैं अक्सर एक बात कहता हूं If there is a will, there is a way if there is no will there is सर्वे, सेमिनार, डिस्कशन, कमेटी. पहली बात प्रशासन में मंत्री और अधिकारियों को पॉजिटिव एटीट्यूड रखना चाहिए. जब कोई विधायक-सांसद आपके पास आ रहा है तो इसका मतलब उसकी कोई समस्या है उसको सुलझाने का काम करना चाहिए. मैंने BoT, PPT जैसे अलग-अलग मॉडल निकाले.
सवाल: क्या नौकरशाही हर्डल खड़े करती है?
नितिन गडकरी: मैंने दिल्ली की सरकार को हजारों-करोड़ रुपये के 6 प्रोजेक्ट मंजूर करके यमुना की सफाई के लिए दिए. आप स्टोरी करिए नदियां शुद्ध हो सकती हैं, जलमार्ग बन सकते हैं. पानी पर हवाई जहाज उतर सकता है. मैं अभी तक 50 लाख करोड़ रुपये के काम कर चुका हूं. एक भी कांट्रेक्टर को मेरे पास फाइल मंजूर करने के लिए नहीं आना पड़ा. पूरी तरह से करप्शन फ्री हूं. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में डबल डेकर फ्लाईओवर बना रहा हूं ये उत्तर प्रदेश में पहली बार होगा.
कानून व्यवस्था के सवाल पर नितिन गडकरी ने कहा कि भारत का नागरिक होने के नाते मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी का हृदय से अभिनंदन करता हूं. उनकी सरकार को, उनके मंत्रियों को, सबको बहुत धन्यवाद दूंगा. उत्तर प्रदेश में क्या समय था क्या गरीब और सज्जन लोगों की रक्षा नहीं होगी? मां-बहनों की रक्षा नहीं होगी? क्या गुंडा राज चलेगा? क्या बंदूक के बल पर लूट होगी? सीएम योगी का ये बहुत बड़ा यश है कि उन्होंने उत्तर प्रदेश में कानून और व्यवस्था का राज कायम किया. ये उनकी बहुत बड़ी देन है जनता इसको कभी नहीं भूलेगी.
हिंदू पर ओवैसी के बयान और हिंदू-हिंदुत्व पर गडकरी
नितिन गडकरी: हिंदू और हिंदुत्व की सही परिभाषा समझने की आवश्यकता है. हम यही कहते हैं कि ये भी 50 साल पहले, 100 साल पहले या हजार साल पहले कौन थे? एक बार एआर अंतुले मुझसे कह रहे थे नितिन तुम्हें पता है हम लोग कौन थे? हम लोग पहले करंदीकर थे. बाद में कन्वर्जन हुआ तो मुस्लिम बने. हम यही कहते हैं कि पूर्व के जिसके पूर्वज हिंदू हैं वह सब हिंदू हैं जिसको जहां जाना है जाए. मंदिर में जाए, चर्च में जाए, मस्जिद में जाए हम विस्तारवादी नहीं हैं. नेपाल और भूटान को हम से डर नहीं.
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