केंद्रीय मंत्री Prahlad Singh Patel का दावा, `West Bengal Assembly Election में जीतेंगे 200 से ज्यादा सीटें`
पश्चिम बंगाल (West Bengal) की ममता बनर्जी की सरकार की आलोचना करते हुए केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल (Prahlad Singh Patel) ने कहा कि सालों से चाय बागानों के लोगों की समस्याएं जस की तस हैं, लोगों को जमीनों का पट्टा तक नहीं मिला है. केंद्र सरकार ने बागान कर्मचारियों के लिए मिनिमम वेज बोर्ड लागू कर दिया है, जो कि जल्दी ही लागू हो जाएगा.
नई दिल्ली: केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल (Prahlad Singh Patel) ने कानून व्यवस्था को लेकर ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) सरकार की जमकर आलोचना की. उन्होंने चाय बागानों के श्रमिकों के वेज बोर्ड और उनके पट्टे की समस्याओं को लेकर बंगाल सरकार पर हमला बोला. मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने दार्जीलिंग में सांस्कृतिक गतिविधियों को लेकर राज्य सरकार पर उदासीनता का आरोप लगाया. वे दार्जिलिंग में अपने प्रवास के दौरान मीडिया से बात कर रहे थे.
चाय बागान श्रमिकों की स्थिति में नहीं हुआ कोई सुधार
केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल (Prahlad Singh Patel) ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल (West Bengal) की ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की सरकार को सामाजिक सरोकारों से कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रकृति ने दार्जीलिंग को सब कुछ दिया है, लेकिन यह क्षेत्र राज्य सरकार की उपेक्षा का शिकार हुआ है. करीब 10 साल पहले भारतीय जनता मजदूर महासंघ के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए वे सिलीगुड़ी आए थे. तब से अब तक चाय बागानों के लोगों की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है.
उन्होंने पश्चिम बंगाल (West Bengal) सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सालों से चाय बागानों के लोगों की समस्याएं जस की तस हैं, लोगों को जमीनों का पट्टा तक नहीं मिला है. केंद्र सरकार ने बागान कर्मचारियों के लिए मिनिमम वेज बोर्ड लागू कर दिया है, जो कि जल्दी ही लागू हो जाएगा.
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अबकी बार 200 पार
केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल (Prahlad Singh Patel) ने कहा कि हमारा घोषणा पत्र, हमारा संकल्प पत्र होता है. हमारा कोई भी काम कार्यकाल से बाहर नहीं जाता. हम जो भी वादे करते हैं, कार्यकाल के भीतर ही पूरा करते हैं. हम गोरखा मामले का स्थाई राजनैतिक समाधान खोजेंगे.
एक सवाल के जवाब पर मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि यहां के सांसद के अनुरोध पर हमने 3 दिनों में नेपाली रिसर्च स्कॉलरों को उनकी स्कॉलरशिप का पैसा दिलाया, तब तक तो चुनाव की कोई बात भी नहीं थी.
उन्होंने आगे कहा कि अंग्रेजों के समय से यहां कई प्रकार के टैक्स लिए जाते हैं लेकिन सुविधाएं कुछ भी नहीं मिल पाती. उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल (West Bengal) में विरोधी सांसद, अपनी सांसद निधि का पैसा भी यहां लोगों के हित में खर्च नहीं कर सकते. यही कारण है कि पश्चिम बंगाल (West Bengal) की जनता परिवर्तन चाहती है, जो होकर रहेगा.
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ममता सरकार संस्कृति पर ध्यान दे
केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि दार्जीलिंग में सांस्कृतिक गतिविधियों के संचालन के लिए कोई मंच नहीं है. उन्होंने राज्य सरकार से टैगोर कल्चर स्पेस जैसी जगह उपलब्ध करवाने की मांग करते हुए कहा कि राज्य सरकार जमीनें उपलब्ध करवाए तो उनका मंत्रालय कला के क्षेत्र में यहां काफी काम कर सकता है.
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल (West Bengal) का कल्चर काफी रिच है लेकिन यहां ऐसी कोई एकेडमी नहीं है, जिसके माध्यम से यहां के कलाकार यहां की संस्कृति के बारे में जान पाएं, उसे और उन्नत कर पाएं. देश-विदेश के पर्यटक जब किसी क्षेत्र में आते हैं तो वो सिर्फ सुंदरता नहीं देखना चाहते, बल्कि सांस्कृतिक धरोहरों के बारे में जानना चाहते हैं, जिसकी यहां कोई व्यवस्था नहीं है.
मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि पश्चिम बंगाल (West Bengal) में उनकी पार्टी की सरकार आने पर यहां काफी काम होगा. इससे पहले केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने महाकाल मंदिर में पूजा अर्चना की और वॉर मेमोरियल में जाकर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए. इस दौरान उनके साथ दार्जीलिंग सांसद व भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिष्ट भी मौजूद थे.
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