उन्नाव गैंगरेप : लखनऊ SSP ऑफिस पहुंचकर बोले कुलदीप सेंगर, `जब जरूरत हो बुला लीजिएगा`
एसएसपी ऑफिस जाने से पहले सेंगर ने अपनी पत्नी से मुलाकात की. सेंगर अपनी पत्नी से मिलने के लिए अस्पताल गए थे. उनकी पत्नी अस्पताल में भर्ती है.
लखनऊः उन्नाव गैंगरेप और हत्या के मामले में एसआईटी की रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपे जाने के तुरंत बाद सरकार ने आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर बड़ी कार्रवाई की है. कुलदीप सेंगर ने बुधवार रात को पुलिस के सामने सरेंडर करने पहुंचे. लेकिन एसएसपी ऑफिस में मौजूद नहीं थे. इसके बाद सेंगर ने वहां मौजूद इस्पेक्टर से कहा कि जब भी मेरी जरूरत हो मुझे बुला लीजिएगा. मैं आ जाऊंगा. कुलदीप सिंह सेंगर रात साढ़े 11 बजे के बाद लखनऊ में एसएसपी ऑफिस पहुंचे थे. ऐसी खबर थी सेंगर वहां सरेंडर करने के लिए पहुंचे है.
एसएसपी ऑफिस पहुंचने से पहले सेंगर ने अपनी पत्नी से मुलाकात की. सेंगर अपनी पत्नी से मिलने के लिए अस्पताल गए थे. उनकी पत्नी अस्पताल में भर्ती है. ऐसा बताया जा रहा है कि इस मामले में उन्नाव के एसपी भी कार्रवाई हो सकती है. आपको बता दें कि इस मामले में अभी तक कुलदीप सेंगर पर एफआईआर दर्ज नहीं की गई है.
नाटकीय रहा रहा पूरा घटनाक्रम
कुलदीप सेंगर ने एसएसपी ऑफिस में मीडिया से बात करते हुए कहा, 'मैं फरार नहीं हुआ हूं, इसलिए सामने आया हूं. उन्होंने कहा कि मुझसे किसी ने भी सरेंडर करने के लिए नहीं कहा है. मेरे खिलाफ साजिश की गई. अगर मैं दोषी हूं तो मुझे सजा भी मिले. मुझपर लगे सभी आरोप झूठे' सरेंडर करने से पहले कुलदीप सिंह सेंगर ने मीडिया से कहा कि मैं कहीं नहीं जा रहा था. ना मैं भागा हूं ना ही मुझे भागने की आवश्यकता है. सेंगर ने कहा कि पीड़ित के पिता की मृत्यु का मुझे दुख है. उन्होंने कहा कि जो आरोप लगाए गए मैं वैसा व्यक्ति नहीं हूं. उन्होंने कहा कि पुलिस ने लड़की के माता-पिता ने जब चाही तब रिपोर्ट लिखी. लड़की का एक चाचा है जो मुझसे बात करने के लिए आया. मुझे उसने फोन किया. मीडिया उस फोन का दुष्प्रचार कर रहा है. उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ हमारे नेता है. जो उनका आदेश होगा वो हम मानेंगे. मैं न्याय प्रक्रिया का पालन करूंगा.
बता दें आज लखनऊ में सीएम योगी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की मुलाकात हुई थी. ऐसी भी खबरें है कि इस मामले में सीएम योगी के पार्टी अध्यक्ष से चर्चा के बाद राज्य सरकार ने कुलदीप सिंह सेंगर को सरेंडर करने के लिए कहा है. खबर आई थी कि कुलदीप सिंह सेंगर को गिरफ्तार किया जा सकता है. खबर यह भी आई थी कुलदीप सिंह सेंगर एसएसपी ऑफिस में सरेंडर करेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ. कानून के जानकारों की मानें तो किसी भी आरोपी का सरेंडर एसएसपी ऑफिस में नहीं होता है. किसी भी आरोपी का सरेंडर कोर्ट में ही होता है.
कुलदीप सिंह सेंगर उन्नाव जिले के बांगरमऊ से बीजेपी के विधायक है. उनपर एक लड़की ने गैंगरेप का आरोप लगाया है. इस मामले में पीड़िता के पिता की पुलिस हिरासत में मौत के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने एसआईटी टीम गठित कर बुधवार शाम तक रिपोर्ट देने को कहा था. ऐसी भी खबर है कि राज्य सरकार इस पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंप सकती है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में बीजेपी विधायक की भूमिका की जांच की बात कही थी. उधर आज इस मामले में अब इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक पत्र पर स्वत: संज्ञान ले लिया. इस मामले को लेकर गुरुवार (12 अप्रैल) को इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई होगी. चीफ जस्टिस डीबी भोंसले और जस्टिस सुनीत कुमार की खंडपीठ मामले की सुनवाई करेेेेगी.
वहीं उच्चतम न्यायालय में मंगलवार को एक अर्जी दायर कर मांग की गई थी कि उत्तर प्रदेश में कथित तौर पर एक बीजेपी विधायक और उनके सहयोगियों द्वारा एक नाबालिग लड़की से किए गए सामूहिक बलात्कार और पीड़िता के पिता की पुलिस हिरासत में हुई मौत के मामले में सीबीआई जांच कराई जाए. वकील मनोहर लाल शर्मा की ओर से दायर अर्जी में आरोप लगाया गया कि ‘‘सत्ताधारी पार्टी’’ के इशारे पर बलात्कार पीड़िता के पिता को पुलिस हिरासत में यातना दी गई और मार डाला गया.
वहीं आज (11 अप्रैल) को इस केस में आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी संगीता सेंगर ने डीजीपी से मुलाकात की. डीजीपी से मुलाकात के बाद उन्होंने पत्रकारों से बात की. इस दौरान उन्होंने कहा, 'मेरे पति बेकसूर हैं. उन्हें साजिश के तहत सियासी मोहरा बनाया जा रहा है'. उन्होंने कहा, 'मेरे पति और पीड़ित लड़की दोनों का नार्को टेस्ट कराया जाना चाहिए'. वहीं सुप्रीम कोर्ट उन्नाव गैंगरेप मामले की हियरिंग के लिए तैयार हो गया है. जानकारी के मुताबिक अगले सप्ताह इस मामले की सुनवाई होगी. आपको बता दें कि सीबीआई जांच की मांग लेकर ये याचिका मंगलवार (10 अप्रैल) को दाखिल की गई थी.
बलात्कार पीडिता ने मुख्यमंत्री आवास के पास आत्मदाह करने का प्रयास किया था . उसका कहना है कि उसके पिता के बडे भाई की हत्या भी विधायक के भाई और गुर्गों ने की थी . अब उसके पिता की हत्या भी इन्हीं लोगों ने की है . युवती का दावा है कि उन्नाव जिला प्रशासन ने वस्तुत: उसे एक होटल में कैद कर दिया था, जहां ना तो कोई फोन था और ना ही पानी . हर कोने पर सुरक्षाकर्मी लगे थे .
युवती ने एक समाचार चैनल से कहा, 'मैं अपना मोबाइल नहीं चार्ज कर सकती थी . कोई टीवी नहीं था . हम बाहर नहीं जा सकते .' उसने कहा, 'हमसे बताया गया कि हम बाहर नहीं जा सकते . हर कोने पर गार्ड हैं . जब हमने उनसे मदद के लिए कहा तो उन्होंने कहा कि ये उनका काम नहीं है . क्या यही न्याय है ... मैं न्याय चाहती हूं . वे क्यों मुझ पर माफी मांगने का दबाव बना रहे हैं ? क्या वे मेरे चाचा को भी मारना चाहते हैं ?' विधायक के भाई अतुल को कल उन्नाव से क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया था .
अपर पुलिस महानिदेशक :लखनउ जोन: राजीव कृष्णा के नेतृत्व वाली विशेष जांच टीम :एसआईटी: बलात्कार पीडिता के गांव माखी गयी और सूचनाएं एकत्र कीं . टीम को मुख्यमंत्री को रिपोर्ट सौंपनी है .कृष्णा ने कहा कि एसआईटी प्रकरण के सभी पहलुओं की जांच करेगी और तदनुसार कार्रवाई करेगी . पीडिता के परिवार वालों को सुरक्षा मुहैया करा दी गई है .
इस बीच समाचार चैनलों ने कथित बलात्कार पीडिता के पिता का बयान वायरल किया है, जो उनकी मौत के पहले का है . वीडियो में वह दावा कर रहे हैं कि उन्हें विधायक के भाई ने बेरहमी से पीटा . भाई ने अन्य लोगों के साथ मिलकर उन्हें राइफल की बट से बुरी तरह मारा .चैनलों ने मृतक के पीठ की तस्वीरें भी जारी की हैं, जिनमें घाव के निशान साफ नजर आ रहे हैं .
कांग्रेस ने मांगा सीएम का इस्तीफा
कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बर्खास्त करने की मांग की है . उनकी सरकार को 'रावण' करार दिया है .कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने नयी दिल्ली में कहा, 'योगी आदित्यनाथ सरकार रावण की सरकार है जो महिलाओं की सुरक्षा करने में विफल रही .'
(इनपुट भाषा से )