विधान सभा चुनाव 2022: CM योगी के अयोध्या दौरे से हिंदुत्व कार्ड की तैयारी में बीजेपी!
बीजेपी उत्तर विधान सभा चुनावों (UP Assembly Elections 2022) के लिए अभी से हिंदुत्व के मुद्दे को और धार देने में जुट गई है. इस काम के लिए बीजेपी के पास उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) से बेहतर चेहरा नहीं दिख रहा. योगी की राम मंदिर और अयोध्या को लेकर सक्रियता बहुत कुछ कहती है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की सियासत में आज का दिन काफी अहम था. यूपी में आज योगी VS अखिलेश (Yogi VS Akhilesh) की लड़ाई दिखाई पड़ी. अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) जहां लखनऊ की सड़कों पर साइकिल चला रहे थे तो वहीं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) अयोध्या में रामलला के दर्शन पूजन कर रहे थे.
राम मंदिर की नींव का 60% काम भी पूरा
दरअसल आज राम मंदिर (Ram Mandir) के भूमि पूजन के बाद पहली सालगिरह थी. 5 अगस्त 2020 को पीएम मोदी (PM Modi) ने अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर निर्माण कार्य की शुरूआत की थी. पिछले 1 साल में राम मंदिर के नींव का 60% काम भी पूरा हो चुका है और दिसंबर 2023 तक राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला विराजमान हो जाएंगे. जहां जनता रामलला के मूल जन्म स्थान पर दर्शन कर पाएगी.
योगी ने साधु संतों से की मुलाकात
आज जब योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) अयोध्या पहुंचे तो सबसे पहले श्रीराम जन्मभूमि गए, जहां दर्शन पूजन के साथ-साथ राम मंदिर निर्माण कार्य की प्रगति की रिपोर्ट भी ली. योगी आदित्यनाथ ने साधु संतों से भी मुलाकात की. इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के लाभार्थियों से संवाद भी किया.
अयोध्या से योगी का विशेष लगाव
योगी आदित्यनाथ जब से मुख्यमंत्री बने हैं तब से ही अयोध्या को लेकर उनका विशेष लगाव दिखता है. योगी आदित्यनाथ ने 2017 की दिवाली को अयोध्या में भव्य स्तर पर मनाया और यूपी सरकार हर साल दिवाली पर बड़ा आयोजन करती है. योगी आदित्यनाथ दीपोत्सव के जरिए प्रभु श्री राम की अयोध्या की याद दिलाने की कोशिश करते हैं. अयोध्या से योगी के लगाव की एक बड़ी कहानी भी है. योगी आदित्यनाथ के गुरू महंत अवैद्यनाथ ने राम मंदिर की एक लंबी लड़ाई लड़ी थी. यही नहीं गोरखनाख मठ की 3 पीढ़ियों ने राम मंदिर की लड़ाई लड़ी थी. इसीलिए योगी आदित्यनाथ सीएम बनने के बाद कई बार अयोध्या का दौरा कर चुके हैं और विकास कार्यों को लेकर खुद निगरानी भी रखते हैं.
अयोध्या मॉडल को पेश करने की तैयारी में BJP
बीजेपी अयोध्या मॉडल को पूरे देश में एक बड़े उदाहरण के तौर पर भी पेश करने की तैयारी में है. एक तरफ जहां राम मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है तो वहीं दूसरी तरफ अयोध्या के विकास मॉडल का भी पूरा प्लान केन्द्र और यूपी सरकार ने तैयार किया है. अयोध्या का रेलवे स्टेशन राम मंदिर के मॉडल पर बन रहा है. अयोध्या में इसी साल के अंत तक मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का भी शिलान्यास हो सकता है. वहीं 84 कोसी परिक्रमा मार्ग को केन्द्र सरकार ने नेशनल हाईवे घोषित कर दिया. लखनऊ-गोरखपुर हाईवे से सीधे 4 लेन सड़क श्रीराम जन्मभूमि तक बनाई जा रही है.
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2024 में हिंदुत्व के मुद्दे को उठाएगी BJP
यूपी के चुनाव में अयोध्या के जरिए बीजेपी अपने हिंदुत्व के मुद्दे को तो उठाने की कोशिश जरूर करेगी, तो वहीं अयोध्या का विकास मॉडल भी योगी के चुनाव प्रचार का अहम हिस्सा रहने वाला है. यूपी चुनाव के लिए बीजेपी जो भी रणनीति तैयार कर रही है, अयोध्या उसके केन्द्र बिंदु में है. अयोध्या को लेकर इसीलिए योगी आदित्यनाथ लगातार सक्रिय हैं.
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