UP Rajya Sabha Election: तीन राज्यों में राज्यसभा चुनाव के बीच क्रॉस वोटिंग की खबरों से सियासी तूफान है. उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए जारी मतदान के बीच समाजवादी पार्टी के कई विधायकों के क्रॉस वोटिंग की खबरें आ रही हैं. इस पर अखिलेश यादव ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है और कहा कि भाजपा चुनाव जीतने के लिए सभी हथकंडे अपना सकती है. अब तक राज्यसभा चुनाव को नीरस कहा जाता था, लेकिन इस बार के चुनाव में कई तरह के मसाले देखने को मिले हैं.


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अंतरात्मा की आवाज


राज्यसभा चुनाव के बीच समाजवादी पार्टी के तीन विधायक बागी हो गए और अंतरात्मा की आवाज पर वोट देने की बात करने लगे. सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह, अभय सिंह और राकेश पांडे ने कहा कि अंतरात्मा की आवाज पर वोट देंगे. राकेश प्रताप सिंह ने वोट डालने से पहले कहा कि मैं किसी से नाराज नहीं हूं, लेकिन वोट मैं अपनी अंतरात्मा की आवाज पर करूंगा. बता दें कि राकेश प्रताप सिंह अमेठी गौरीगंज से समाजवादी पार्टी के विधायक हैं. अभय सिंह अयोध्या जनपद और राकेश पाण्डेय अंबेडकरनगर से सपा विधायक हैं. बता दें कि राकेश पाण्डेय के बेटे और सांसद रितेश पाण्डेय दो दिन पहले बीजेपी में शामिल हुए थे.


अंतरात्मा पर अखिलेश का तंज


अखिलेश यादव ने कहा, 'मैं किसी की अंतरात्मा के बारे में नहीं जानता. जो भोज में नहीं आए, कोई बात नहीं. जो लोग चले गए, हो सकता है उन्हें धमकाया गया हो. कुछ फायदा देने की भी बात कही हो.' अखिलेश यादव ने कहा, 'तीनों सीट जीतेंगे. जो दूसरों के लिए कांटे बोते हैं, उनको भी एक दिन कांटे मिलते हैं. जो दूसरों के लिए गढ्ढे खोदते हैं वो खुद ही गिरते हैं. चंडीगढ़ में यही करने की कोशिश की, पर बैलेट बॉक्स, सीसीटीवी और सुप्रीम कोर्ट ने लोकतंत्र को बचा लिया. बीजेपी चुनाव जीतने के लिए कोई भी हथकंडा अपना सकती है, कोई भी लाभ दे सकती है.' सपा विधायकों की क्रॉस वोटिंग पर अखिलेश ने कहा, 'जिनको लाभ देने का वादा किया होगा कि चुनाव में ये कर देंगे, वो कर देंगे तो वो चले जाएंगे.'


'योगी जी का कॉल'


अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सरकार का दबाव इतना होता है. सरकार के सामने क्या करोगे आप? बहुत कम लोग होते हैं, जिनमें सरकार के सामने खड़े होने की हिम्मत होती है. किसके पास फोन नहीं गया. अगर प्रदेश के मुख्यमंत्री फोन कर रहे हों या दिल्ली से फोन आ रहे हो तो किसकी हिम्मत है कि ना कर दे.


चीफ व्हिप का इस्तीफा


राज्यसभा चुनाव के लिए जारी वोटिंग के बीच समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा और सपा विधायक मनोज पाण्डेय ने पार्टी के मुख्य सचेतक (चीफ व्हिप) पद से इस्तीफा दे दिया. मनोज पाण्डेय पार्टी के ब्राह्मण चेहरा रहे हैं और अखिलेश उनके जरिए ब्राह्मणों को भी साधने की कोशिश में लगे थे. लेकिन, अब सपा का ब्राह्मण वोट बैंक खिसक सकता है. मनोज पाण्डेय ने अपना इस्तीफा अखिलेश यादव को भेजा और कहा कि मैं मुख्य सचेतक के पद से त्यागपत्र दे रहा हूं, कृपया इसे स्वीकार करने की कृपा करें.


सपा से इस्तीफा देने के बाद मनोज पाण्डेय (Manoj Pandey) ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात भी की. बता दें कि मनोज पाण्डेय यूपी के रायबरेली की ऊंचाहार सीट से विधायक हैं. सूत्रों के अनुसार, इस बात की संभावना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में मनोज पाण्डेय को बीजेपी रायबरेली से टिकट दे सकती है.


यूपी में राज्यसभा चुनाव का पूरा गणित


यूपी विधानसभा में कुल 403 सीटे हैं, जिनमें से फिलहाल 4 सीटें खाली हैं. यानी अभी कुल विधायकों की संख्या 399 हैं. इनमें NDA के पास कुल 287 विधायक हैं, जबकि समाजवादी पार्टी गठबंधन के विधायकों की संख्या 110 है. एक सीट पर जीत के लिए 37 विधायकों की जरूरत है. ऐसे में 8वें उम्मीदवार की जीत के लिए बीजेपी को 9 और विधायक चाहिए. तो वहीं समाजवादी पार्टी के दो उम्मीदवारों की जीत तय है और क्रॉस वोट की वजह से तीसरी सीट फंस सकती है.