न्यूज एजेंसी एएनआई के हवाले से खबर है कि इसमें 100-150 लोगों के बहने की आशंका है. आईटीबीपी के 200 से ज्यादा जवान बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. दिल्ली से भी एनडीआरएफ की टीम चमोली के लिए रवाना हो गई है.
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चमोली: चमोली के रैणी गांव में ग्लेशियर फटने से भारी तबाही की खबर अब आ रही है. न्यूज एजेंसी एएनआई के हवाले से खबर है कि इसमें 100-150 लोगों के बहने की आशंका है. उत्तराखंड के चीफ सेक्टरी ओमप्रकाश ने यह जानकारी न्यूज एजेंसी के साथ साझा की है. आईटीबीपी के 200 से ज्यादा जवान बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. SDRG की 10 टीमें भी मौके पर पहुंचीं हैं. हरिद्वार, ऋषिकेष और श्रीनगर में अलर्ट जारी किया किया है. दिल्ली से भी एनडीआरएफ की टीम चमोली के लिए रवाना हो गई है.
100-150 casualties feared in the flash flood in Chamoli district: Uttarakhand Chief Secretary OM Prakash to ANI pic.twitter.com/JoR76lWEAb
— ANI (@ANI) February 7, 2021
गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से एनडीआरएफ की टीम को एयरलिफ्ट करके चमोली ले जाया जा रहा है. गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि दिल्ली से उत्तराखंड के लिए NDRF की और टीमें एयरलिफ्ट की जा रही हैं. हम लगातार इस पर नजर बनाकर रखे हुए हैं. पीएम मोदी भी हालात का जायजा ले रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बातचीत की है.
Regarding the natural disaster in Uttarakhand, I've spoken to CM TS Rawat, DGs of ITBP & NDRF. All officers concerned are working on a war footing to rescue people. NDRF teams have left for rescue operations. Every possible help will be provided to Devbhoomi: HM Amit Shah pic.twitter.com/9NZ9K739XV
— ANI (@ANI) February 7, 2021
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बांध टूटने से नदी जल स्तर बढ़ने की आशंका है. इसे देखते हुए टिहरी प्रशासन ने कीर्तिनगर, देवप्रयाग में नदी किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का आदेश दिया है. वहीं देवप्रयाग संगम पर भी लोगों की आवाजाही बंद कर दी गई है. नदी किनारे बस्तियों में रहने वाले लोगों को ऊंचाई वाले इलाकों में ले जाने का आदेश प्रशासन ने जारी किया है. नदी किनारे खनन पट्टों पर काम करने वाले लोगों को हटाया जा रहा है.
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हालांकि उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि राहत की खबर ये है कि नंदप्रयाग से आगे अलकनंदा नदी का बहाव सामान्य हो गया है. नदी का जलस्तर सामान्य से अब 1 मीटर ऊपर है, लेकिन बहाव कम होता जा रहा है. राज्य के मुख्य सचिव, आपदा सचिव, पुलिस अधिकारी एवं मेरी समस्त टीम आपदा कंट्रोल रूम में स्थिति पर लगातार नज़र रख रही है.
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