रैना ने भी लिया क्रिकेट से संन्यास, पार्टनरशिप से दोस्ती की पिच तक हरदम रहे माही के साथ
उत्तर प्रदेश के इस क्रिकेटर ने इंटरनेशनल क्रिकेट में खूब नाम कमाया है. साल 2005 में वनडे क्रिकेट में डेब्यू करने वाले बाएं हाथ के बल्लेबाज सुरेश रैना अपने क्रिकेटिंग करियर के दौरान मिडिल ऑर्डर के शानदार खिलाड़ी रहे.
नोएडा: महेंद्र सिंह धोनी के साथ सुरेश रैना ने भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है. दोनों ने अपने रिटायरमेंट का ऐलान इंस्टाग्राम पर किया. धोनी और रैना की दोस्ती कितनी गहरी है, दोनों के फैसलों से इस बात का प्रमाण मिलता है. सुरेश रैना ने इंस्टाग्राम पर एक फोटो शेयर की जिसमें उनकी आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स के साथी खिलाड़ी केदार जाधव, महेंद्र सिंह धोनी, अंबाती रायडू, कर्ण शर्मा और मोनू सिंह दिख रहे हैं.
रैना ने इस फोटो के कैप्शन में लिखा, ''तुम्हारे साथ खेलना दिलचस्प रहा माही. मैं अपने दिल में गर्व लिए तुम्हारे साथ इस यात्रा में सहभागी बनना चाहता हूं. थैंक्यू इंडिया, जय हिंद.'' आपको बता दें कि धोनी और रैना ने क्रिकेट में अपनी पार्टनरशिप से भारत को कई मैच जिताए. मैदान के बाहर भी इनकी दोस्ती काफी गहरी है. एमएस धोनी ने चेन्नई सुपर किंग्स के लिए आईपीएल का कोई सीजन बिना सुरेश रैना के नहीं खेला है.
उत्तर प्रदेश के इस क्रिकेटर ने इंटरनेशनल क्रिकेट में खूब नाम कमाया है. साल 2005 में वनडे क्रिकेट में डेब्यू करने वाले बाएं हाथ के बल्लेबाज सुरेश रैना अपने क्रिकेटिंग करियर के दौरान मिडिल ऑर्डर के शानदार खिलाड़ी रहे. इसके अलावा अपनी कामचलाऊ स्पिन गेंदबाजी से भी कई मौकों पर भारत को मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकाला. रैना अपनी जबर्दस्त फील्डिंग के लिए काफी मशहूर रहे. उनकी फील्डिंग इतनी बेहतर थी कि जॉन्टी रोड्स तारीफ करते नहीं थकते.
सुरेश रैना ने अपने 16 साल के करियर में भारत के लिए 18 टेस्ट, 226 वनडे और 78 टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले खेले. इस बीच उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 7000 से ज्यादा रन बनाए हैं. टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम 768 रन दर्ज हैं. टेस्ट में उनके नाम एक शतक और 7 अर्धशतक दर्ज हैं. वनडे इंटरनेशनल में रैना के नाम 5615 रन दर्ज हैं, जिसमें 5 शतक और 36 अर्धशतक शामिल हैं. रैना का वनडे में बेस्ट स्कोर नाबाद 116 रन रहा. 78 टी-20 में रैना ने कुल 1605 रन बनाए, जिसमें 1 शतक और 5 अर्धशतक शामिल हैं.
साल 2000 में गाजियाबाद से लखनऊ पहुंचे
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के मुरादनगर में 27 नवंबर, 1987 को जन्में सुरेश रैना का घर का नाम सोनू है. उन्होंने क्रिकेट की ट्रेनिंग लेने के लिए वर्ष 2000 में लखनऊ के गुरु गोविंद सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज में एडिमिशन लिया. अपनी प्रतिभा के दम पर वह जल्द ही भारत के U-16 टीम के कप्तान बन गए. अंडर-16 में बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर सुरेश रैना 2002 में इंग्लैंड दौरे के लिए भारत की U-19 टीम में चुन लिए गए. उस वक्त उनकी उम्र 15 वर्ष, 6 महीने थी.
इसी वर्ष के अंत में वह U-17 टीम के साथ श्रीलंका दौरे पर गए. उन्हें फरवरी 2003 में 16 वर्ष की उम्र में असम के खिलाफ उत्तर प्रदेश रणजी टीम की ओर से डेब्यू करने का मौका मिला. लेकिन वह इस वर्ष यूपी के लिए सिर्फ यही एक रणजी मैच खेल सके. रैना ने 2004 के U-19 वर्ल्ड कप में तीन अर्धशतक लगाए, जिसमें 38 गेंद में खेली गई 90 रनों की तूफानी पारी भी शामिल थी. उन्हें 2005 में बॉर्डर-गावस्कर स्कॉलरशिप के तहत ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट एकेडमी में ट्रेनिंग का मौका मिला.
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साल 2018 में खेला आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच
इसी वर्ष राहुल द्रविड़ की कप्तानी में सुरेश रैना को अंतरराष्ट्रीय वनडे क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला. उन्होंने अपना पहला वनडे इंटरनेशनल मैच 30 जुलाई 2005 को डांबुला में श्रीलंका के विरूद्ध खेला. इस वनडे सत्र में रैना ने भारत के लिए 53.75 की शानदार औसत के साथ 645 रन बनाए. इसके बाद रैना भारत की लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट टीम के स्थाई सदस्य बन गए. साल 2017 में रैना बीसीसीआई के वार्षिक अनुबंध से ही बाहर हो गए. उन्होंने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 17 जुलाई 2018 को इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में खेला. इसके बाद वह भारत की लिमिटेड ओवर टीम से बाहर हो गए और कभी वापसी नहीं कर पाए.
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