Agra news: ब्रह्मकुमारी आश्रम में सगी बहनों ने फांसी के फंदे को लगाया गले, सुसाइड नोट में CM योगी से की ये अपील
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Agra news: ब्रह्मकुमारी आश्रम में सगी बहनों ने फांसी के फंदे को लगाया गले, सुसाइड नोट में CM योगी से की ये अपील

Agra news: आगरा के ब्रह्मकुमारी आश्रम में शुक्रवार की रात को दो सगी बहनों ने आत्महत्या कर ली, जिनका नाम एकता और शिखा है. दोनों बहनों ने आत्महत्या से पहले सुसाइड नोट लिखा जिसमें आश्रम के सभी काले चिठ्ठे उजागर हो गए.

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Agra news: आगरा के ब्रह्मकुमारी आश्रम हुई घटना ने से पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है.  ब्रह्मकुमारी आश्रम जगनेर में रह रही एकता और शिखा नाम की दो सगी बहनों ने फंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली है. आत्महत्या से पहले लिखे सुसाइड नोट में आश्रम से जुड़े तीन लोग और एक महिला की काली करतूतों का पर्दाफाश कर दिया है. सुसाइड नोट में आश्रम के चार कर्मियों पर रुपये हड़पने से लेकर अन्य अनैतिक गतिविधियों द्वारा प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया है. 

आपराधियों के लिए आजीवन कैद की अपील
मृतक बहनों ने सुसाइड नोट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ से अपील करने हुए लिखा है,  कि आपराधियों को आशाराम बापू की तरह ही आजीवन कैद की सजा दी जाए. वहीं इस मामले से पूरे शहक में सनसनी फैल गई है.  सुसाइड नोट के तथ्यों को आधार मानकर पुलिस ने मामले की जांच भी शुरू कर दी है.  जिन लोगों का नाम सुसाइड नोट में लिखा पाया गया है. उनसे पुलिस पूछताछ करेगी.

ब्रह्मकुमारी आश्रम जगनेर में रह रही दोनों बहनों ने आत्महत्या से पहले चार पेज का सुसाइड नोट लिखा था.  शिखा ने एक पेज पर पूरी अपनी व्यथा कह दी. वहीं जबकि एकता का दर्द तीन पेज में छलका.  शिखा ने अपने सुसाइड नोट में बताया कि वे दोनों बहनें पिछले 1 साल से परेशान थीं. सुसाइड नोट में साफ लिखा है कि, उनकी मौत के लिए नीरज सिंघल, धौलपुर के ताराचंद, नीरज के पिता और ग्वालियर आश्रम में रहने वाली एक महिला जिम्मेदार है.

सुसाइड नोट में खुल गया काला चिठ्ठा
शिखा ने अपने सुसाइड नोट में अपनी सभी शिकायतें लिखते हुए मौत के जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है.  एकता ने अपने सुसाइड नोट में पूरे मामले को पानी की तरह साफ कर दिया है. एकता ने  लिखा कि नीरज ने उनके साथ सेंटर में रहने का आश्वासन दिया था. सेंटर बनने के बाद उसने बात करना बंद कर दिया. एक साल से हम बहनें रोती रहीं, लेकिन उसने नहीं सुनी. उसका साथ उसके पिता, ग्वालियर आश्रम में रहने वाली महिला और ताराचंद ने दिया. पंद्रह साल तक साथ रहने के बाद भी ग्वालियर वाली महिला से संबंध बनाता रहा. इन चारों ने हमारे साथ गद्दारी की है. 

अपनी पहुंच का उठाते थे गलत फायदा  
सुसाइड नोट में यह भी लिखा है कि उनके पिता ने सात लाख रुपये प्लाट के लिए दिए थे. ये उन्होंने आश्रम से जुड़े व्यक्ति को दिए थे. इसके साथ ही 18 लाख रुपये गरीब माताओं के उसी व्यक्ति ने हड़प लिए. सेंटर के नाम पर 25 लाख रुपये हड़प लिए. इसके बाद ये लोग सेंटर बनवाने की अफवाह फैलाते हैं. धन हड़पने और महिलाओं के साथ अनैतिक कार्य करने वाले लोग दबंगई दिखाते हैं और अपनी पहुंच का भय दिखाकर कहते हैं कि उनका कोई कुछ नहीं कर सकता है.

CM योगी से की अपील
एकता ने सुसाइड नोट लिखते हुए योगी जी से निवेदन किया है. कि इनको आसाराम बापू की तरह आजीवन कैद की सजा होनी चाहिए.  इन लोगों ने हमारे साथ तो गलत नहीं किया, लेकिन बहुतों के साथ किया है. जिस किसी से पैसे लाते हैं, उसी पर केस कर देते हैं. सुसाइड नोट में एकता ने यह भी लिखा कि यह लेटर मुन्नी बहन जी और मृत्युंजय भाई साहब के पास पहुंच जाए. पुलिस को आश्रम से सुसाइड नोट मिल गया है. इस सुसाइड नोट में लगाए गए सभी आरोपों की पुलिस जांच कर रही है.

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