मनीष कुमार गुप्ता/आगरा: ताजनगरी आगरा में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक विदेशी तोते के मालिकाना हक को लेकर दो पड़ोसियों में विवाद हो गया. विवाद इस कदर बढ़ गया कि मामला पुलिस तक जा पहुंचा. फिर क्या था पुलिस ने तोते को थाने बुलाया. उसकी मंशा जानी और अंत में तोते के फैसले के बाद उसे असली हकदार को सौंप दिया. 


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क्या है पूरा मामला? 
मामला ताजनगरी आगरा के थाना कामलानगर का है. पंचायती पंजाया निवासी मुनेंद्र जैन ने पुलिस से शिकायत की थी कि उनका पड़ोसी अजय कुमार वर्मा उनके विदेशी तोते को वापस नहीं कर रहा है. इस पर पुलिस ने दोनों पक्षों के साथ तोते को थाने पर बुलाया. थाने पर काफी देर तक पंचायत चली. इसके बावजूद भी कोई नतीजा नहीं निकला. जिस पर अंत में तोते की मंशा जानने का निर्णय लिया गया. 


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तोते ने "मम्मी-पापा" को पहचाना
पुलिस के मुताबिक, जैसे ही तोते से अजय कुमार ने अपनी बेटी मुनमुन को लेकर बोलना शुरू किया. वैसे ही तोता भी मुनमुन कहां हो? बार-बार दोहराने लगा. इतना ही नहीं तोता अजय और उनकी पत्नी को बार-बार मम्मी-पापा बोल रहा था. 


तीन साल से पाल रहे अजय
पुलिस इंस्पेक्टर विपिन गौतम ने बताया कि अजय को ये तोता तीन साल पहले उनके पड़ोसी मुनेंद्र जैन ने दिया था. इस बीच अजय ने तोता कई बार वापस करने का प्रयास भी किया था. लेकिन मुनेंद्र ने तोता वापस नहीं लिया. तीन साल से ही अजय तोते को पाल रहे थे. तोता भी अजय के परिवार में अच्छी तरह से घुलमिल गया था. यही वजह थी कि तोते को पालनहार मालिक के हवाले कर दिया गया. 


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कांगो अफ्रीकी ग्रे पैरेट 
जानकारों के मुताबिक, ये तोता कांगो अफ्रीकी धूसर तोता है. इस प्रजाति का वैज्ञानिक नाम पी एरीथेकस है. इस प्रजाति के तोते इंसान की बोली कि नकल बहुत अच्छे तरीके से कर लेते हैं. इतना ही नहीं तोते की ये सबसे समझदार प्रजाति मानी जाती है. 


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