Hathras Stampede Case: भोले बाबा के दर्शन के लिए जन्मदिन पर हजारों अनुयायी पहुंच गए. पुलिस ने अनुयायियों को रोका तो बैरियर पर ही मत्था टेकने लगे. वैसे पुलिस ने समझा बुझाकर सबको वापस भेज दिया.
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हाथरस: हाथरस में 2 जुलाई को नारायण साकार उर्फ भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई. वहीं बाबा के जन्मदिन को लेकर भी काफी चर्चा है. दरअसल, मैनपुरी में रविवार के दिन साकार हरि का जन्मदिन था और इस मौके पर बिछवां कस्बा स्थित बाबा के आश्रम पर हजारों की संख्या में अनुयायी आए. हालांकि पहले से ही सतर्क पुलिस आश्रम की सुरक्षा में लगी रही और लोगों को बैरियर पर ही रोक दिया. आश्रम के भीतर किसी को भी जाने नहीं दिया गया. ऐसे में अनुयायी बैरियर के पास ही दंडवंत हुए.
गाड़ियों से अनुयायी आश्रम आने लगे
पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए अनुयायियों की भीड़ को इकट्ठा नहीं होने दिया. कस्बा स्थित साकार विश्व हरि के आश्रम पर लगातार अनुयायियों के आगमन का सिलसिला हाथरस कांड के बाद से ही जारी है. रविवार के दिन साकार हरि के जन्मदिन पर पहले ही प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा. आश्रम के आसपास सुरक्षा की कड़ी की गई और कर्मियों की संख्या भी बढ़ाई गई. रविवार के दिन सुबह के समय गाड़ियों से अनुयायी आश्रम आने लगे थे.
पुलिस की गश्त
अनुयायी का कहना था कि आश्रम में बाबा के दर्शन के लिए वे पहुंचे हैं. पुलिस ने ये भी कहा कि आश्रम में कोई नहीं है ऐसे में सभी लौट जाएं. हालांकि अनुयायी टस से मस नहीं हो रहे थे. बैरियर के पास ही दंडवत हो जयकारे लगाए जा रहे थे. थानाध्यक्ष अवनीश त्यागी ने समझाते हुए लोगों को वहां से जाने के लिए कहा और उनकी से वापस भेजा. शाम तक आश्रम में हजारों लोग पहुंचे थे जिन्हें ठहरने नहीं दिया गया. शनिवार को आश्रम पर सन्नाटा छाया हुआ था. आश्रम की चारदीवारी के आस पास पुलिस गश्त करती रही जिससे कि कोई भी आश्रम के भीतर दीवार चढ़कर न आ जाए.