माघी पूर्णिमा का पवित्र स्‍नान आज, 80 लाख श्रद्धालु संगम में लगा रहे हैं पुण्‍य की डुबकी, कल्‍पवासियों के लिए ये खास व्‍यवस्‍था
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माघी पूर्णिमा का पवित्र स्‍नान आज, 80 लाख श्रद्धालु संगम में लगा रहे हैं पुण्‍य की डुबकी, कल्‍पवासियों के लिए ये खास व्‍यवस्‍था

Maghi Purnima Snan 2024 : मेला क्षेत्र से निकलने के लिए पीपा पुल नंबर 2 और 4 का प्रयोग कल्पवासी कर सकेंगे. कल्पवासी अपने गंतव्य तक सकुशल पहुंच सकें, इसके लिए चारों दिशाओं में अलग से रूट का निर्धारण किया गया है. 

Maghi Purnima Snan 2024

मोहम्‍मद गुफरान/प्रयागराज : संगम की रेती पर लगे माघ मेले का पांचवां स्नान पर्व आज माघी पूर्णिमा का है. मेला प्रशासन की ओर से माघी पूर्णिमा स्नान पर्व पर चाक चौबंद व्यवस्था की है. माघी पूर्णिमा स्नान के साथ ही माघ मास का समापन हो जाएगा, जो श्रद्धालु कल्पवास कर रहे थे, माघी पूर्णिमा स्नान के साथ ही कल्पवास भी पूर्ण हो जाएगा. कल्पवासी अपने घरों के लिए स्नान के बाद यहां से विदा हो जाएंगे. ऐसे में कल्पवासियों को अपने टेंट से गंतव्य को जाने में किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो, ट्रेफिक एडवाइजरी भी जारी की गई है.

चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात
मेला क्षेत्र से निकलने के लिए पीपा पुल नंबर 2 और 4 का प्रयोग कल्पवासी कर सकेंगे. कल्पवासी अपने गंतव्य तक सकुशल पहुंच सकें, इसके लिए चारों दिशाओं में अलग से रूट का निर्धारण किया गया है. साथ ही मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो, सुगमता पूर्वक श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगाकर अपने गंतव्य तक जा सके, इसके लिए एकल मार्ग की व्यवस्था की गई है. चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात किए गए हैं. 

ड्रोन कैमरे से पूरे मेला क्षेत्र की निगरानी
इसके अलावा सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे से पूरे मेला क्षेत्र की निगरानी की जाएगी. मेला क्षेत्र में बने खोया पाया केंद्र भी लगातार अपना काम कर रहा है. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए घाटों पर 3.5 किलोमीटर लंबा डीप वाटर बैरिकेडिंग कर जाल डाला गया है. साथ ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जल पुलिस, गोताखोर भी तैनात किए गए हैं. इस बार के माघ मेले की खास बात यह है कि संगम में फ्लोटिंग चौकी भी बनाई गई है, इस चौकी पर डीएसपी रैंक का एक अधिकारी नियुक्त किया गया है, जो 24 घंटे जल में होने वाले हलचल और संगम में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं पर नजर बनाए रखें हैं. 

14 थाने 41 चौकियां स्थापित की गई थीं 
संगम में चलने वाले नावों का मार्ग भी निर्धारित कर दिए गए हैं, ताकि कोई भी बोट आपस में एक दूसरे से टकरा ना सके, कोई हादसा ना हो सके, नविकों के लिए भी अलग से एक दिशा निर्देश जारी किया गया है. सुरक्षा के लिहाज से मेला क्षेत्र को 3 जोन में बांट कर 14 थाने 41 चौकियां स्थापित कर मेला क्षेत्र की निगरानी की जा रही है. मेला प्रशासन के मुताबिक,  कल्पवासीयों सहित लगभग 80 लाख श्रद्धालु माघी पूर्णिमा के स्नान पर्व पर संगम में डुबकी लगाने के लिए पहुंचेंगे. 
फिलहाल माघी पूर्णिमा स्नान पर्व को लेकर मेला प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी होने का दावा किया है. मेला प्रशासन का उद्देश्य है कि किसी भी एक श्रद्धालु को किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो सके. 

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