सर्दियों का मौसम ज्यादातर लोगों को पसंद है पर ये मौसम अपने साथ बहुत सी परेशानियां भी साथ लेकर आता है. खासकर अस्थमा के मरीजों के लिए बहुत तकलीफ देने वाला होता है.
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नई दिल्ली: सर्दियों का मौसम ज्यादातर लोगों को पसंद है पर ये मौसम अपने साथ बहुत सी परेशानियां भी साथ लेकर आता है. खासकर अस्थमा के मरीजों के लिए बहुत तकलीफ देने वाला होता है. अस्थमा को दमा भी कहा जाता है.
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कोरोना की वजह से ज्यादा रखना होगा ध्यान
इस बार तो वैसे दुनियाभर में कोरोना महामारी भी फैली हुई है, ऐसे में दमे के मरीजों को काफी ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है, नहीं तो उनकी दिक्कतें और बढ़ सकती हैं. आइए जानते हैं कि ठंड के मौसम में अस्थमा की दिक्कत क्यों बढ़ जाती है और इसे किस तरह कंट्रोल किया जा सकता हैं.
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इस मौसम में ठंड और प्रदूषण की दोहरी मार पड़ती है. जिसकी वजह से आस्थमा के मरीजों की संख्या बढ़ जाती है. अस्थमा के मरीजों के वायुमार्ग में सूजन होती है, जो ठंड में और बढ़ जाती है जिसकी वजह से सांस लेने में परेशानी होती है. सर्दियों के मौसम में ठंडी, शुष्क हवा से नाक के वायुमार्ग में सूजन आ जाती है. इस मौसम में कोल्ड, फ्लू और वायरस का खतरा भी बढ़ जाता है. इस मौसम में बलगम भी ज्यादा बनता है. ये सारी चीजें इंफेक्शन को बढ़ाती है जिसकी वजह से अस्थमा के मरीजों के सांस लेने में दिक्कत होने लगती है. इस मौसम में अस्थमा के मरीजों को खास ध्यान रखने की जरूरत है.
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