मनमीत गुप्ता/अयोध्या: अयोध्या सर्किट हाउस में चल रही दो दिवसीय राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक खत्म हो गई. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंददेव गिरी महाराज ने बताया है कि इस महीने ही राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा. सबसे पहले 5 एकड़ भूमि पर परकोटा (बाउंड्री) बनाया जाएगा. 14 फीट की दीवार को दक्षिण भारतीय पद्धति में बनाया जाएगा. 


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नृपेंद्र मिश्र ने ली थी बैठक
राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन पूर्व आईएएस अधिकारी नृपेंद्र मिश्र ने यह बैठक बुलाई थी. ये बैठक आईआईटी चेन्नई की टेस्टिंग रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद हुई है.  आईआईटी चेन्नई ने टेस्ट में  नींव और उसके पिलर्स से संबंधी रिपोर्ट्स दी है. जानकारी के मुताबिक, नींव की खुदाई 200 फीट तक की जाएगी, ताकि गहराई देकर मजबूत स्तम्भ स्थापित किये जा सके. राम मंदिर को 1000 साल तक सुरक्षित बनाने का प्लान है. 


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ये कंपनियां करेंगी काम
हाल ही के दिनों में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया था कि लार्सन एंड टुब्रो (Larsen & Toubro) कंपनी और टाटा कंसल्टेंसी इंजीनियर्स (Tata Consulting Engineers) की सहयोगी कंपनी मिलकर राम मंदिर का निर्माण करेंगी. इसके लिए ट्रस्ट ने दोनों ही कंपनियों के साथ अनुबंध साइन कर लिया है. 


मंदिर के अलावा परिसर भी होगा भव्य
राम मंदिर के अलावा परिसर को भव्य बनाने की योजना है. मंदिर परिसर में संग्रहालय, ग्रंथालय , 360 डिग्री रंगभूमि, यज्ञशाला, सम्मेलन केंद्र, सत्संग भवन, धर्मशाला, अभिलेखागार, अतिथि भवन , अनुसंधान केंद्र, प्रशासनिक भवन , आवासीय परिसर, प्रदर्शनी, तीर्थ यात्री सुविधा, पार्किंग , संगीत फव्वारे आदि बनाने की भी योजना है


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