Ram Mandir Inauguration: अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख अब बेहद नजदीक आ गई है. मंदिर के उद्घाटन को देखते हुए अलग-अलग जगहों से ढेर सारी चीजें आयोध्या पहुंचाई जा रही हैं. भारत के अलग-अलग राज्यों से बहुत सारा सामान अयोध्या आएगा. आइए आपको बताते हैं कि कहां से क्या आने वाला है.
अयोध्या में बीते 7 महीना से राजस्थान और कर्नाटक से आए पत्थरों से तीन मूर्तिकार रामलला की 5 वर्ष के बालक सामान मूर्ति का निर्माण कर रहे हैं. मूर्ति का निर्माण अयोध्या में हो रहा है राम मंदिर की कार्यशाला रामसेवक पुरम कर सेवक पुरम और विवेक सृष्टि में अलग-अलग मूर्तिकार रामलला को आकार दे रहे हैं.
प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला को विशेष भोग प्रसाद के साथ वाराणसी का स्पेशल गुलकंद पान खिलाया जाएगा. इसके लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने पान का आर्डर दिया है. 20 वर्षों से रामलला की सेवा कर रहे पान व्यवसायी रिंकू चौरसिया ने बताया कि प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर रामलला के लिए स्पेशल 151 पान का आर्डर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से मिला है. प्रमुख मंदिरों में भी समर्पित करने के लिए छह हजार बनारस के स्पेशल पान के पत्ते मांगे गए हैं.
ननिहाल छत्तीसगढ़ से 3 हजार क्विंटल चावल अयोध्या आएगा. ये अब तक की सबसे बड़ी चावल की खेप होगी, जो अयोध्या पहुंचेगी. इसे छत्तीसगढ़ के जिलों से एकत्र किया गया है.
भगवान राम की ससुराल नेपाल के जनकपुर से वस्त्र, फल और मेवा 5 जनवरी को अयोध्या पहुंचेंगे. इसके अलावा उपहारों से सजे 1100 थाल भी होंगे.
नेपाल से आभूषण, बर्तन, कपड़े और मिठाइयों के अलावा भार भी आएगा, जिसमें 51 प्रकार की मिठाइयां, दही, मक्खन और चांदी के बर्तन शामिल होंगे.
उत्तर प्रदेश के एटा जिले से रामलला के दरबार में अष्टधातु का 21 किलो का घंटा पहुंचेगा. दावा किया जा रहा है कि यह देश का सबसे बड़ा घंटा होगा, जिसकी लागत 25 लाख रुपये है. इसे बनाने में 400 कर्मचारी जुटे हुए हैं. घंटे की चौड़ाई 15 फुट और अंदर की चौड़ाई 5 फुट है. इसका वजन 2100 किलो है. इसे बनाने में एक साल का समय लगा है.
प्राण प्रतिष्ठा के लिए गुजरात के वडोदरा से 108 फीट लंबी अगरबत्ती अयोध्या भेजी जा रही है, जो बनकर तैयार है. इसे पंचगव्य और हवन सामग्री के साथ गाय के गोबर से बनाया गया है. इसका वजन 3500 किलो है. इस अगरबत्ती की लागत पांच लाख से ऊपर है. इसे तैयार करने में 6 महीने का समय लगा है. अगरबत्ती बनाने वाले विहा भरवाड़ ने बताया कि एक बार इसे जलाने पर ये डेढ़ महीने तक लगातार जलती रह सकती है.