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कौन है बरेली दंगों का मास्टरमाइंड मौलाना तौकीर रजा, जिसने 23 हिंदुओं को इस्लाम कबूल कराने का किया ऐलान

who is maulana tauqeer raza : आईएमसी के मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि कई ऐसे प्रेमी जोड़े उनके संपर्क में हैं, जो इस्लाम को अपनाकर अपनी पसंद के मुस्लिम लड़के और लड़की से शादी करना चाहते हैं. इस बयान के बाद उनकी फजीयत बढ़ गई है.

 

 

23 हिंदू युवाओं का निकाह कराने का ऐलान

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23 हिंदू युवाओं का निकाह कराने का ऐलान

 इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) ने धर्म परिवर्तन को लेकर बड़ा दावा किया है. अपनी सियासी पार्टी इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के बैनर तले मौलाना तौकीर रजा खां ने 23 हिंदू युवाओं का निकाह कराने का एलान किया है.

आईएमसी के मौलाना तौकीर रजा

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आईएमसी के मौलाना तौकीर रजा

आईएमसी के मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि कई ऐसे प्रेमी जोड़े उनके संपर्क में हैं, जो इस्लाम को अपनाकर अपनी पसंद के मुस्लिम लड़के और लड़की से शादी करना चाहते हैं.  तौकीर रजा का कहना है कि इन हिंदू युवाओं की इस्लाम में आस्था है.

 

धर्म परिवर्तन

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 धर्म परिवर्तन

उन्होंने धर्म परिवर्तन करने और उन मुस्लिम युवक-युवतियों से निकाह कराने के लिए आईएमसी को आवेदन भेजा है, जिनके साथ वे पहले से रह रहे हैं. आइए जानते हैं अपने विवादों के लिए सुर्खियों में रहने वाले तौकीर रजा के बारे में

 

कौन हैं मौलाना तौकीर रजा

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कौन हैं मौलाना तौकीर रजा

बरेली दंगा केस में दोषी करार दिए गए मौलाना तौकीर रजा फरार हैं. मौलाना तौकीर रजा सुन्नी मुसलमानों के बरेली संप्रदाय से ताल्लुक रखते हैं.  वह दुनिया भर में प्रसिद्ध आला हजरत खानदान से आते हैं, जिन्होंने इस्लाम धर्म के सुन्नी बरेलवी मसलक की शुरुआत की थी. राजनीति में आने वाले तौकीर रजा इस परिवार के पहले सदस्य हैं. 

 

पॉलिटिकल पार्टी इत्तेहाद-ए-मिल्लत परिषद की स्थापना

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पॉलिटिकल पार्टी इत्तेहाद-ए-मिल्लत परिषद की स्थापना

उन्होंने साल 2001 में अपनी पॉलिटिकल पार्टी इत्तेहाद-ए-मिल्लत परिषद की स्थापना की थी. अपने पहले ही चुनाव में उनकी पार्टी ने नगरपालिका की 10 सीटें जीती थीं.  साल 2009 में रजा ने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की थी. 

 

समाजवादी पार्टी का समर्थन

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 समाजवादी पार्टी का समर्थन

उत्तर प्रदेश के बरेली में हुए हिंदू-मुस्लिम दंगों में तौकीर रजा को पुलिस ने आरोपी बनाते हुए गिरफ्तार किया था.  साल 2012 के विधानसभा चुनाव में तौकीर रजा ने समाजवादी पार्टी का समर्थन किया.  उनकी पार्टी ने भोजीपुरा से चुनाव भी जीता.

 

सपा से भी इस्तीफा

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 सपा से भी इस्तीफा

2013 में सपा सरकार ने तौकीर रजा को हथकरघा निगम के उपाध्यक्ष का चार्ज दिया था, जिसे मुजफ्फरनगर दंगों के बाद उन्होंने वापस कर दिया. इसके बाद में उन्होंने सपा से भी इस्तीफा दे दिया.

मायावती की बसपा को समर्थन

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मायावती की बसपा को समर्थन

आप के अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात कर सुर्खियां बटोरीं. साल 2014 में तौकीर रजा ने मायावती की बसपा को समर्थन दिया.  साल 2015 में उन्होंने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (जेडेड) का गठन किया.

 

विवादों से पुराना नाता

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विवादों से पुराना नाता

तौकीर रजा का विवादों से पुराना नाता रहा है.  उन्होंने द्रौपदी को लेकर साल 2017 में एक विवादित बयान दिया था.  2022 में बरेली में मुसलमानों को संबोधित करते हुए उन्होंने हिंदुओं को कथित तौर पर धमकी दी थी.

 

ज्ञानवापी पर धमकी

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ज्ञानवापी पर धमकी

ज्ञानवापी में कथित शिवलिंग मिलने पर तौकीर रजा ने कहा था कि फव्वारे को शिवलिंग समझकर धर्म और कानून का मजाक उड़ाया जा रहा है.  उन्होंने कहा था सरकार हर मस्जिद को मंदिर बनाना चाहती है.  ऐसा ही रहा तो इसके गंभीर परिणाम होंगे.

 

सीएए के खिलाफ बयान

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 सीएए के खिलाफ बयान

देश भर में सीएए के खिलाफ चल रहे प्रोटेस्ट के दौरान भी तौकीर रजा ने विवादित बयान दिया था.  उन्होंने कहा था कि हिन्दुस्तान की हुकूमत ने नागरिकता संशोधन बिल वापस नहीं लिया तो गलियों में खून बहाया जाएगा. 

 

बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन के खिलाफ फतवा

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बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन के खिलाफ फतवा

साल 2007 में तौकीर रजा ने बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन के खिलाफ फतवा जारी किया था. उन्होंने तसलीमा का सिर काटकर लाने वाले को 5 लाख के इनाम की घोषणा की थी.