सुल्तानपुर: BJP MLA ने डीएम पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, '2800 की कोविड किट 9950 रुपये में खरीदी'
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सुल्तानपुर: BJP MLA ने डीएम पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, '2800 की कोविड किट 9950 रुपये में खरीदी'

उनकी शिकायत के बाद जांच के आदेश का पत्र वायरल होते ही जिले में हड़कंप मच गया. डीएम इंदुमणि ने मामले पर सफाई देते हुए लेटर जारी करते हुए मामले में भुगतान पर रोक और जांच के आदेश दिए हैं. 

बीजेपी विधायक देवमणि द्विवेदी

सुल्तानपुर: BJP के लंभुआ सीट से विधायक देवमणि एक बार फिर से सुर्खियों में हैं. इस बार उन्होंने अपनी पार्टी के खिलाफ कुछ नहीं कहा है लेकिन कोविड सर्वे में घोटाले की बात उजागर की है. उन्होंने सुल्तानपुर जिलाधिकारी के खिलाफ शासन स्तर पर शिकायत की है कि उन्होंने कोविड सर्वे में किट खरीद को लेकर घोटाला किया है. उनकी शिकायत के बाद जांच के आदेश का पत्र वायरल होते ही जिले में हड़कंप मच गया. डीएम इंदुमणि ने मामले पर सफाई देते हुए लेटर जारी करते हुए मामले में भुगतान पर रोक और जांच के आदेश दिए हैं. 

  1. देवमणि द्विवेदी ने DM के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत की 
  2. विधायक की शिकायत पर शासन ने जांच के आदेश दिए 

क्या है देवमणि द्विवेदी की शिकायत?
लंभुआ विधायक देवमणि द्विवेदी ने सुल्तानपुर की डीएम इंदुमणि पर आरोप लगाया है कि कोविड सर्वे के दौरान खरीदी जाने वाली  2800 की किट 9950 रुपए में खरीदी गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि ग्राम पंचायतों में शासनादेश है कि 2800 रुपये में किट खरीदी जाए, लेकिन इसके स्थान पर डीएम ने 9950 रुपये में यह किट खरीदने के लिए गांव की पंचायतों पर दबाव बनाया. इतना ही नहीं सप्लाई करने वाली फर्म को भुगतान भी कराने का आरोप भी विधायक ने डीएम पर लगाया है. फिलहाल इस पर मामले पर शासन स्तर से जांच का आदेश हो गया है. 

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चर्चा में रहते हैं बीजेपी विधायक देवमणि द्विवेदी 
बीजेपी विधायक देवमणि द्विवेदी अपने बयानों और अपने स्टैंड को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं. सुल्तानपुर में लंभुआ विधान सभा सीट से बीजेपी विधायक देवमणि द्विवेदी पिछले दिनों तब सुर्खियों में आ गए थे, जब उन्होंने यूपी सरकार के 3 साल के कार्यकाल में ब्राह्मणों की हत्या और सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए थे. उन्होंने प्रश्न पूछने के लिए विधानसभा की प्रक्रिया और संचालन नियमावली 1958 के तहत सूचीबद्ध कराने के लिए प्रपत्र दिया था. इसके बाद उनके नाम से एक फर्जी लेटर भी वायरल हुआ था, जिसमें 17 विधायकों का नाम लिखकर उन पर कार्रवाई की मांग की गई थी. हालांकि देवमणि द्विवेदी ने उस लेटर को फर्जी बता दिया था. 

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