आईजी (लॉ एंड ऑर्डर) ने बताया कि प्रदेश भर में 124 एफआईआर दर्ज हुई हैं. इस दौरान 705 लोग गिरफ्तार कर जेल भेजे गए हैं. वहीं, 4500 लोगों पर निरोधात्मक कार्रवाई की गई है.
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लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के विरोध में उत्तर प्रदेश के कई जिलों में 20 दिसंबर (शुक्रवार) को हिंसक प्रदर्शन हुए हैं. वहीं, शनिवार को भी प्रदेश के कई जिलों में उग्र प्रदर्शन किए गए. इन सबके बीच देर शाम यूपी में हुई हिंसा पर आईजी (लॉ एंड ऑर्डर) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि प्रदेश भर में 124 एफआईआर दर्ज हुई हैं. इस दौरान 705 लोग गिरफ्तार कर जेल भेजे गए हैं. वहीं, 4500 लोगों पर निरोधात्मक कार्रवाई की गई है. उन्होंने बताया कि अब तक हुई हिंसा में 263 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
आईजी (लॉ एंड ऑर्डर) ने बताया कि घायल पुलिसकर्मियों में से 57 गोली लगने से घायल हुए हैं. उन्होंने कहा कि हिंसा मे फैलाने के लिए भारी पैमाने पर अवैध शस्त्रों का उपयोग किया गया है. मौके से पुलिस ने 405 देसी तमंचे के खोखे बरामद किए हैं. इसी के साथ सोशल मीडिया पर 13101 पोस्ट के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
कानपुर में फिर भड़का बवाल
वहीं, कानपुर के यतीमखाना इलाके में शनिवार को एक बार फिर से बवाल भड़क गया. इस दौरान उपद्रवियों ने पुलिस पर जमकर पत्थर बरसाए और आगजनी की. कानपुर में उपद्रवी भीड़ ने यतीमखाना पुलिस चौकी में आग लगा दी. भीड़ पर नियंत्रण करने के लिए पुलिस की तरफ से कार्रवाई की जा रही है. पुलिस ने उपद्रवियों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े. खबर लिखे जाने तक स्थिति तनावग्रस्त बनी हुई है. वहीं, कानपुर के ही बाबूपुरवा इलाके में भी उपद्रवियों ने कोतवाली बाबूपुरवा का घेराव कर लिया. बताया जा रहा है कि हिंसक प्रदर्शन के बाद हुई गिरफ्तारियों के विरोध में लोगों ने थाने का घेराव कर दिया.
रामपुर में भी हुआ उग्र प्रदर्शन
नागरिकता कानून के विरोध में शनिवार को रामपुर में भी बवाल हो गया. यहां उमेलाओं ने ईदगाह में प्रदर्शन का आह्वान किया था. लेकिन, प्रशासन ने इजाजत नही दी थी. लोगों को रास्ते मे रोका गया, जिसके बाद भीड़ उग्र हो गई. उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया और कई बाइको में आग लगा दी. पूरे प्रकरण में अभी तक 6 लोग घायल हो चुके हैं. जबकि, एक शख्स की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि उपद्रवियों ने पुलिस को बंधक बना लिया था. वहीं, भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े.
इंटरनेट फिर हुआ बंद
राजधानी लखनऊ में 23 दिसंबर तक मोबाइल इंटरनेट बंद रहेगा. मोबाइल इंटरनेट सेवा के बंदी का समय बढ़ाया गया. जिला प्रशासन ने प्रमुख सचिव गृह को संस्तुति भेज दी है. वहीं, आगरा में जिला प्रशासन ने रविवार शाम 6 बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी है. इसी के साथ अलीगढ़, वाराणसी, प्रयागराज, फिरोजाबाद, मऊ, मुजफ्फरनगर, संभल, रामपुर और कानपुर समेत कई जिलों में इंटरनेट सेवाएं फिलहाल बंद हैं.
पुलिस ने की कार्रवाई
संभल में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हिंसक प्रदर्शन करने वालों पर पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है. पुलिस ने हिंसा में शामिल 42 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं, प्रयागराज में हिंसक प्रदर्शन करने और धारा 144 के उल्लंघन में 100 नामजद सहित 10,000 से अधिक लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है. बताया जा रहा है कि प्रयागराज शहर के अलग-अलग थानों में ये केस दर्ज किया गया है. वहीं, अब तक इस मामले में 150 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है.