लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के गन्ना किसानों के हितों के संरक्षण को लेकर एक बार फिर अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की है. उन्होंने शुक्रवार को प्रदेश के गन्ना किसानों को 1 लाख करोड़ से अधिक की राशि का भुगतान किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बसपा सरकार के वक्त 2007 से 2012 तक उत्तर प्रदेश में 19 चीनी मिलें बंद हुई थीं.


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उन्होंने आगे कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में अखिलेश यादव ने 2012 से 2017 तक 10 मिले बंद कर दी थीं. इससे प्रदेश के गन्ना किसानों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया था. मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उन्होंने 2017 में उत्तर प्रदेश की बागडोर संभालते ही गन्ना किसानों की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण शुरू किया.


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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''मैंने न केवल बंद चीनी मिलों को चालू करवाया बल्कि गन्ना किसानों की बकाया राशि का भुगतान भी शुरू करवाया. मेरी सरकार ने 3 साल के कार्यकाल में डेढ़ दर्जन से ज्यादा चीनी मिलों की पेराई क्षमता में भी वृद्धि करवाई है. पुरानी मिलों को चालू कराया गया है और नई चीनी मिलों की भी स्थापना की गई है.''


सीएम योगी ने कहा कि उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री और देश के बड़े किसान नेता रहे चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि रमाला से चीन मिलों के पुर्नउद्धार का काम शुरू किया था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि किसान खुशहाल होगा, तो देश खुशहाल होगा. स्व. चौधरी चरण सिंह ने भी ये बात कही थी.'' 


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उन्होंने आगे कहा, ''यही कारण था जब उत्तर प्रदेश का चीनी उद्योग बंद हो रहा था, तो हमारी सरकार ने सबसे पहले स्व. चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि रमाला की चीनी मिल की पुर्नउद्धार की शुरुआत की. मैं इसके शिलान्यास और उद्घाटन के समय वहां गया था. मैं प्रदेश के सभी गन्ना किसान बंधुओं को हृदय से बधाई देता हूं और शुभकामनाएं देता हूं.''


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