Cloud burst in Kedarnath: उत्‍तराखंड में फ‍िर तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है. केदारनाथ में बुधवार रात को लिंचोली, महाबलि समेत तीन जगहों पर बादल फटा है. इसमें नौ लोगों की मौत हो गई. इसमें सूत्रों का कहना है कि छह श्रद्धालु केदारनाथ में मलबे में दबकर मारे गए.  केदारनाथ घाटी में फंसे 150 से 200 श्रद्धालुओं को बचाने का प्रयास हो रहा है. टिहरी में भी बादल फटने से दो लोगों की मौत हुई है. पूरे उत्तराखंड में नौ लोगों की मौत हो चुकी है.सोनप्रयाग में मंदाकिनी नदी का अचानक जलस्‍तर बढ़ गया है. उफनती नदी के बीच रुद्रप्रयाग में पार्किंग एरिया खाली करा लिया गया है. रुद्रप्रयाग सोनप्रयाग मार्ग मलबा आने से पूरी तरह बंद हो गया है. अल्मोड़ा जिले में भी सैलाब सड़कों पर मलबे के सात आ गया है. सोनप्रयाग और गौरीकुंड में कुछ वाहनों के नदी में बहने की भी खबर है. गंगोत्री नेशनल हाईवे भी बंद है और दोनों ओर तीर्थयात्री फंसे हैं.


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केदारनाथ मार्ग में बड़े-बड़े बोल्‍डर आने से रास्‍ता क्षतिग्रस्‍त हो गया है. सुरक्षा के लिहाज से चारधार यात्रा के लिए रजिस्‍ट्रशन प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई है. जहां तहां चारधाम यात्रियों को रोक दिया गया है. केदारनाथ यात्रियों को भी रोक दिया गया है. उत्‍तराखंड में स्‍कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. खुद पुष्कर सिंह धामी पूरी आपदा का जायजा ले रहे हैं.


केदारनाथ यात्रा भी प्रभावित 
भारी बारिश के चलते हरिद्वार और ऋषिकेश में चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया स्थगित कर दी गई है. हरिद्वार और ऋषिकेश से नए यात्री चारधार यात्रा के लिए नहीं रवाना होंगे. वहीं, केदारनाथ यात्रा के अलग-अलग पड़ाव में पहुंच चुके यात्रियों को जहां तहां रोक दिया गया है. उनकी सुरक्षा को देखते हुए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भेज दी गईं. 


उत्‍तराखंड में कई सड़कों पर बोल्‍डर गिरे, अवरुद्ध 
बादल फटने से रुद्रप्रयाग में केदारनाथ पैदल मार्ग कई स्थानों पर ध्वस्त हो गया है. इसके चलते तीर्थ यात्रियों को पड़ावों पर ही रुकने को कहा गया है. टिहरी के घनसाली में गदेरे में उफान आने से सड़क किनारे बना रेस्टोरेंट बह गया. इसमें रेस्टोरेंट संचालक और उसकी पत्नी की मौत हो गई. सड़क किनारे खड़े दर्जनों वाहन बह गए. 


उत्तराखंड में मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने से गौरीकुंड में तप्तकुंड क्षेत्र और सोनप्रयाग में पार्किंग खाली करा दी गई. उत्तरकाशी में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर नेताला और बिशनपुर के पास पहाड़ी से मलबा और पत्थर गिरे. करीब 200 कांवड़ यात्री फंसे रहे. गुरुवार के लिए हरिद्वार और ऋषिकेश में चारधाम यात्रा पंजीकरण स्थगित कर दिया है. 


केदार वैली में फंसे यात्रियों को बाहर निकालने के लिए रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन शुरू 
वहीं, सोनप्रयाग मुख्य बाजार से तकरीबन एक किलोमीटर आगे सड़क का काफी हिस्सा नदी के कटाव और पहाड़ी दरकने से वाशआउट हो गया है. यहां पर फिलहाल किसी भी प्रकार की पैदल आवाजाही पर रोक लगा दी गई है. जिला प्रशासन की ओर से कहा गया है कि रुद्रप्रयाग तक पहुंचे जो भी यात्री जहां पर हैं, वहीं सुरक्षित रहें, फिलहाल अपनी केदारनाथ धाम यात्रा को स्थगित कर दें. उधर, केदार वैली में फंसे यात्रियों को निकालने के लिए रेस्क्यू आपरेशन शुरू कर दिया गया है. 


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