हेमकान्त नौटियाल/उत्तरकाशी: उत्तरकाशी में नवंबर महीने में हादसे का शिकार हुई सिलक्यारा सुरंग में करीब दो महीने 14 दिन बाद फिर चहलकदमी शुरू हो गई है. सुरंग में बड़कोट साइड पोल गांव की ओर से निर्माण कार्य शुरू हो गया है. नेशनल हाईवे एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड की कार्यदायी संस्था के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर एमके शर्मा ने इसकी जानकारी देते हुए आधिकारिक पुष्टि की है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एमके शर्मा ने कहा कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के निर्देश और राष्ट्रीय राजमार्ग और अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (NHIDCL) से अनुमति मिलने के बाद धीरे-धीरे काम शुरू किया गया. आने वाले दिनो में काम अपनी गति पकड़ लेगा. पोल गांव बड़कोट साइड को सुरंग का टेल साइड कहते हैं. यहीं से कार्य प्रारंभ किया गया है. इसमें सबसे पहले फेसिंग हेडिंग का कार्य शुरू किया गया है, जो कि धीरे-धीरे गति पकड़ेगा. सिलक्यारा की तरफ से अभी भी टनल निर्माण कार्य बंद है. 


गौरतलब है कि 12 नवंबर को भूस्खलन होने के बाद 41 श्रमिक अंदर फंस गए थे. 17 दिन तक चले बचाव अभियान के बाद सभी को सुरक्षित बाहर निकाला गया था. भूस्खलन की इस घटना के बाद 12 नवंबर की सुबह से ही सुरंग निर्माण का काम भी ठप पड़ गया था. 4.531 किमी लंबी इस सुरंग में अभी 480 मीटर की खुदाई होनी शेष है. अभी तक चर्चा थी कि पता नहीं हादसे के बाद सुरंग का काम शुरू होगा या नहीं, लेकिन अब हरी झंडी मिलने से सुरंग के जल्द पूरी होने की उम्मीद जगी है. 


वहीं, सिलक्यारा में सुरंग का निर्माण फिर शुरू होने से मजदूरों में भी खुशी का माहौल है. इसके साथ ही स्थानीय लोगों के चेहरे की चमक भी लौट आई है. उनका कहना है कि सुरंग के निर्माण कार्य के चलते उनका रोजगार और व्यापार भी जल्द पटरी पर लौट आएगा. 


2018 में शुरू हुआ था निर्माण 
उत्तरकाशी में बन रही सिल्क्यारा टनल उत्तराखंड में  'चार धाम यात्रा ऑल वेदर रोड' परियोजना का अहम हिस्सा है. इस परियोजना का लक्ष्य उत्तराखंड के चार पवित्र शहरों यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ को हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करना है. साल 2018 में 4,531 मीटर लंबी टू लेन सुरंग का निर्माण शुरू हुआ था. इस प्रोजक्ट पर राष्ट्रीय राजमार्ग और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास निगम लिमिटेड काम कर रहा है. इस टनल का निर्माण सिलक्यारा से लेकर बड़कोट तक किया जाना है. बीते 5 साल में टनल का करीब 56 फीसदी काम पूरा हो चुका है. योजना के लिए करीब 1383 करोड़ रुपये की मंजूरी मिली थी. 


Interim budget 2024: उत्तराखंड को केंद्रीय मदद में हजार करोड़ का इजाफा, सीएम धामी ने की मोदी सरकार की तारीफ