दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे 6 माह में होगा तैयार, दिल्ली से हापुड़ 40 मिनट में पहुंचेंगे : गडकरी
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दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे 6 माह में होगा तैयार, दिल्ली से हापुड़ 40 मिनट में पहुंचेंगे : गडकरी

गडकरी ने कहा कि यह देश का पहला 16 लेन हाईवे होगा और जनवरी 2020 तक कोशिश है कि हम मेरठ तक इसे पूरा कर लें.

 

गडकरी ने कहा कि मैं जो कहता हूं, वो करता हूं, झूठे वादे नहीं करता.

पिलखुवा: केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने 1058 करोड़ रुपये की लागत से बने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi-Meerut Expressway) के तीसरे चरण का सोमवार को उद्घाटन किया. इस दौरान उनके साथ केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री वीके सिंह (VK singh) और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) मौजूद रहे. गडकरी ने इस मौके पर एक्सप्रेसवे को विकास का प्रतीक बताया और कहा कि अगले छह माह में यानी जनवरी, 2020 तक हर हाल में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का काम पूरा कर लेंगे. 

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह एक्सप्रेसवे देश का पहला ऐसा हाईवे है जो त्वरित गति से निर्मित किया गया है, इससे 40 मिनट में हापुड़ से दिल्ली पहुंचा जा सकेगा. नया अलाइनमेंट गुरुग्राम से शुरू होकर एक्सप्रेस-वे रतलाम से मुंबई जाएगा. इस सड़क का निर्माण करने में 16000 करोड़ रुपये की बचत की गई है, इसके माध्यम से 14 घंटे के अंतराल में ही मुंबई पहुंचा जा सकेगा.

गडकरी ने कहा, "मैं उम्मीद करता हूं कि ये हाईवे ग्रोथ इंजन साबित होगा. ये देश का पहला 16 लेन हाईवे होगा, एक बार मैं मेरठ गया था पूरा ट्रैफिक में फंसते हुए गया था. जनवरी तक कोशिश है कि हम मेरठ तक इसे पूरा कर लें. मैं औद्योगिक मंत्री भी हूं. ये हाईवे विकास का हाईवे है. दिल्ली को प्रदूषण और जाम से निजात दिलाने के लिए हमने कई परियोजनाओं को शुरू किया है. करीब 60 हज़ार करोड़ का काम हम दिल्ली के आसपास कर रहे हैं. मैं जो कहता हूं, वो करता हूं, झूठे वादे नहीं करता." 
 
उन्होंने कहा कि वह 55 से 60 हजार करोड़ की योजनाओं पर कार्य करने जा रहे है जिसमें ईस्टर्न वेस्टर्न पेरिफेरल-वे का निर्माण सम्मिलित है. 'नमामि गंगा' योजना के अंतर्गत भारत सरकार ने जो धनराशि व्यय की है उससे गंगा प्रदूषण मुक्त होगी और आमजन को निर्मल गंगा जल उपलब्ध हो सकेगा.

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गडकरी ने कहा कि हवा में डबल डेकर बस संचालित करने की योजना है, जो 50 करोड़ का प्रोजेक्ट कार्य है. मेट्रो रेल की तकनीक में इससे अधिक व्यय होता है. दिल्ली में लोग पार्किं ग नहीं बनाते हैं, जिससे उनके वाहनों के कारण सड़क पर अतिक्रमण की समस्या बढ़ जाती है.

उन्होंने कहा, "सरकार व राज्य सरकार द्वारा किसानों की भूमि अधिग्रहण पर उचित मुआवजा उपलब्ध कराया जा रहा है. ऐसी मार्केट बनाई जाए, जिससे प्रदूषण कम होगा. आम नागरिकों को डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. प्रोजेक्ट 2 के लिए भूमि अधिग्रहण की समीक्षा के लिए मैं एनएचआई जाऊंगा और हापुड़ से कानपुर जाने के लिए एक्सप्रेसवे बनाए जाने का प्रस्ताव रखूंगा."

इस मौके पर उपमुख्यमंत्री मौर्य ने कहा कि लोक निर्माण विभाग की 50 करोड़ रुपये लागत की 3 योजनाओं का लोकार्पण तथा 40 करोड़ की 9 परियोजनाओं का शिलान्यास किया जा रहा है. इस हाईवे को बनाने में 35 माह का समय लगा है. यह सबसे कम समय में तैयार होने वाला एक्सप्रेसवे है. मौर्या ने कहा कि इससे जनता को काफी फायदा पहुंचेगा जो जाम लगता था, उससे निजात मिलेगी. गाजियाबाद के सांसद और केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह का कहना है कि एक्सप्रेसवे बहुत दिनों की दरकार थी. इस एक्सप्रेस-वे से आम जनता को काफी फायदा पहुंचेगा. 

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